नियमितीकरण से रोषित उपनलकर्मी आंदोलन की तैयारी में
जिले के उपनल कर्मचारियों की वर्चुअल बैठक में प्रदेश सरकार द्वारा नियमितीकरण न करने पर रोष व्यक्त किया गया। कर्मचारियों ने कहा कि सीएम धामी की नियमितीकरण की बात ठोस रूप में नहीं आई है। आगामी 15 अक्टूबर...

जिले के उपनल कर्मचारियों की वर्चुअल बैठक में प्रदेश सरकार के नियमितीकरण न करने पर रोष जाहिर किया गया। वक्ताओं ने कहा कि उपनल कर्मचारियों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। सीएम धामी की उपनल कर्मियों को नियमितीकरण की मांग धरातल पर कहीं नजर नहीं आ रही है। वर्चुअल बैठक में उपनल कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष महेश उनियाल ने कहा कि जहां 2018 से 2025 तक लगभग 7 वर्ष तक हाईकोर्ट से लड़ाई जीतने के पश्चात भी उपनल कर्मचारी को न्याय नहीं मिल रहा है। एक बड़े संघर्ष के पश्चात सरकार एसएलपी सुप्रीम कोर्ट1 5 अक्टूबर 2025 खारिज करवाने के पक्ष में है।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बीती 23 मार्च 2025 को उपनल कर्मचारी को नियमित करने की बात कही गई थी। लेकिन आज तक इस पर कोई कार्यवाही सामने नहीं आई है। उपनल कर्मियों के जिला महामंत्री नवीन सिंह ने बताया राज्य सरकार उपनल कर्मचारी के विरोध में लगभग 8 वर्षों में लाखों रुपए खर्च कर चुकी है। कर्मचारियों में इससे भारी आक्रोश है। समस्त उपनल कर्मचारी ने आगामी 15 अक्टूबर को कैंडल मार्च आक्रोश रैली में प्रतिभा करने का निर्णय लिया गया है। कहा कि यदि सरकार आगामी 9 नवंबर तक उपनल कर्मचारी को नियमितीकरण नहीं करती है, तो मजबूरन समस्त उपनल कर्मचारी आंदोलन करने को मजबूर होंगे। वर्चुअल बैठक में जिले के उपनल कर्मचारियों में हरीश, मनदीप रावत, विक्रम लेखवार, भगवती सेमवाल, धनपाल, जगबीर, शमशाद अली, राजेश कुमार, श्वेता, कविता, सिम्मी राणा, मनोज, विकास, विशन नेगी आदि शामिल रहे।
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