Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़Wasim Rizvi who left Islam and converted to Hinduism will retire Decision on May 24 after talking to akhadas

इस्लाम छोड़कर हिन्दू धर्म अपनाने वाले वसीम रिजवी लेंगे संन्यास! 24 मई को अखाड़ों से बात के बाद फैसला

इस्लाम छोड़कर हिन्दू धर्म अपनाने वाले शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने संन्यास लेने की इच्छा जाहिर की है। अखाड़ों से मंगलवार 24 मई को बात करेंगे।

Himanshu Kumar Lall हरिद्वार, संवाददाता, Mon, 23 May 2022 02:06 PM
share Share

इस्लाम छोड़कर हिन्दू धर्म अपनाने वाले शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने अब संन्यास लेने की इच्छा जताई है। रिजवी ने हरिद्वार के शांभवी धाम के पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप के सामने अपनी इस इच्छा को जाहिर किया है। स्वामी आनंद स्वरूप के साथ ही रिजवी ने रविवार को रुद्राभिषेक किया था।

मंगलवार को स्वामी आनंद स्वरूप अखाड़ा परिषद के अलावा सभी 13 अखाड़ों से इस संबंध में बातचीत करेंगे। जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद वसीम रिजवी ने हरिद्वार स्थित शांभवी धाम में काली सेना प्रमुख स्वामी दिनेशानंद भारती के साथ भगवान शंकर का रुद्राभिषेक किया था। इस दौरान रिजवी ने संन्यास की इच्छा जताई।

उन्होंने कहा कि अब हिन्दू धर्म में आने के बाद वह सभी मोह माया से दूर होकर संन्यास परंपरा धारण करना चाहते हैं। अभी उनको शामिल किया जाएगा या नहीं इस पर विचार किया जा रहा है। बड़े संतों से भी राय ली जाएगी। परंपरा में ऐसा हो सकता है या नहीं इस पर भी लंबे विचार विर्मश के बाद उन्हें दीक्षा दिलाई जाएगी। मालूम हो कि दिसंबर में हुई धर्म संसद के बाद जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को गिरफ्तार कर लिया था।

मीडिया से दूरी
रिजवी ने मीडिया से दूरी बना रखी है। उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से दूर रहने की हिदायद दी है। इस कारण उन्होंने दूरी बना रखी है।

जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने संन्यास लेने की इच्छा जताई है। इसको लेकर मंगलवार को सभी अखाड़ों से बातचीत की जाएगी। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष से भी मुलाकात की जाएगी।
स्वामी आनंद स्वरूप, शांभवी पीठाधीश्वर

अब उन्होंने हिन्दू धर्म धारण कर लिया है, इसलिए वह संन्यास धारण कर सकते हैं। यदि उन्होंने इच्छा जताई है तो कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
श्रीमहंत रविंद्र पुरी, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें