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सड़के के अभाव में ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ीं,कुर्सी पर बैठाकर बीमार को पहुंचाया अस्पताल 

चमोली जिले की निजमुला घाटी के सुदूरवर्ती गांव मानुरा के एक बुजुर्ग की अचानक तबीयत खराब हो गई। सड़क और स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में ग्रामीण बीमार को कुर्सी का स्ट्रैचर बनाकर 10 किमी पथरीले रास्तों पर...

सड़के के अभाव में ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ीं,कुर्सी पर बैठाकर बीमार को पहुंचाया अस्पताल 
हिन्दुस्तान टीम, गोपेश्वरSat, 27 Mar 2021 03:54 PM
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चमोली जिले की निजमुला घाटी के सुदूरवर्ती गांव मानुरा के एक बुजुर्ग की अचानक तबीयत खराब हो गई। सड़क और स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में ग्रामीण बीमार को कुर्सी का स्ट्रैचर बनाकर 10 किमी पथरीले रास्तों पर पैदल चलकर सड़क तक लाने पर विवश हुए। जहां से 76 वर्षीय बीमार बुजुर्ग कलम सिंह फर्स्वाण को जिला अस्पताल तक पहुंचाया गया। ग्रामीण गंगा सिंह फरस्वाण, वीरेंद्र सिंह, हुकुम सिंह ने बताया कि शुक्रवार सायं गांव के कलम सिंह फरस्वार्ण उम्र 76 वर्ष की अचानक तबीयत खराब हो गयी।

गांव अभी भी सड़क से मीलों दूर है। दर्द में कराहते बीमार को परिजन और ग्रामीण आनन फानन में कुर्सी में बैठाकर 10 किमी पथरीले पहाड़ी और पैदल रास्तों के बीच चलकर सड़क तक लाये। जहां से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। यह अकेली घटना नहीं है। चमोली के दर्जनों गांवों की यही पीड़ा है। निजमुला घाटी के दूरस्थ गांवों और जोशीमठ के डुमक, कलगोंठ, किमाणा सहित कई गांवों की यही कहानी है। निजमूला घाटी के दूरस्थ गांवों में पिछले दो महीनें में 6 ऐसी ही घटनाएं सामने आयीं हैं।
 

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