उत्तराखंड विधानसभा को पेपरलेस बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके तहत विधानसभा के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। नेशनल ई विधान एप्लीकेशन के तहत न केवल विधानसभा पेपरलेस की जा रही है बल्कि सत्र के दौरान की कार्यवाही भी पूरी तरह पेपरलेस होगी। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सोमवार को विधान सभा परिसर में बनी सूचना प्रौद्योगिकी की अत्याधुनिक आईटी लैब का निरीक्षण किया।
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने लैब में होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी ली। विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल ने बताया कि संसदीय कार्य मंत्रालय एवं लोकसभा की ओर से नेशनल ई विधान एप्लीकेशन के तहत विधानसभा के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। जिसमें विधानसभा को पेपरलेस बनाने और सत्र के दौरान की कार्यवाही को भी पूरी तरह पेपरलेस बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है।
प्रभारी सचिव ने बताया कि लोकसभा द्वारा विधानसभा की रिपोर्टर शाखा को भी प्रशिक्षित किया गया। इसके साथ ही पार्लियामेंट्री रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट फॉर डेमोक्रेसी की ओर से भी कर्मचारियों को लगातार प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आईटी लैब की ओर से अब अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस अवसर पर शोध अधिकारी प्रमोद पांडे, राजेंद्र चौधरी, मयंक सिंघल आदि मौजूद थे।
प्रशिक्षण को गंभीरता से लें कर्मचारी
लैब का निरीक्षण करने के दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने निर्देश दिए कि लोक सभा द्वारा संचालित होने वाली प्रशिक्षण कार्यक्रमों को अधिकारी एवं कर्मचारी गंभीरता से लें और सभी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का लाभ उत्तराखंड विधानसभा को भी मिलना चाहिए।