बीमार शिक्षकों को शहरों में मिलेगा अटैचमेंट : शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय
गंभीर रूप से बीमार शिक्षकों के तबादले की डेडलाइन निकलने के बाद किरकिरी का सामना कर रही राज्य सरकार ने ऐसे शिक्षकों को राहत देने के लिए नया रास्ता निकाला है। तबादलों में देरी को देखते हुए सरकार ऐसे...
गंभीर रूप से बीमार शिक्षकों के तबादले की डेडलाइन निकलने के बाद किरकिरी का सामना कर रही राज्य सरकार ने ऐसे शिक्षकों को राहत देने के लिए नया रास्ता निकाला है। तबादलों में देरी को देखते हुए सरकार ऐसे शिक्षकों का उनके उपचार वाले शहरों में रिक्त पदों के सापेक्ष अटैचमेंट करने जा रही है। इसमें करीब 85 शिक्षकों को राहत मिल सकती है। तबादला ऐक्ट के तहत गठित मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समिति को गंभीर रूप से बीमार शिक्षकों के तबादलों पर 15 जनवरी तक फैसला करना था। पिछले दिनों जनता दर्शन कार्यक्रम में शिक्षामंत्री ने घोषणा की थी कि ऐसे शिक्षकों का हर हाल में 15 जनवरी तक ट्रांसफर कर दिया जाएगा। लेकिन उक्त बैठक न होने से ऐसा न हो सका। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने 16 जनवरी के अंक में ‘नए साल के पहले ही वादे में चूके शिक्षा मंत्री’ शीर्षक से इसे लेकर प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया। समाचार पढ़ते ही एक्शन में आए मंत्री ने अपने जनसंपर्क अधिकारी को तत्काल शिक्षा निदेशालय भेजकर गंभीर बीमार शिक्षकों की सूची तलब की। सूत्रों के अनुसार, मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समिति की बैठक में देरी को देखते हुए सरकार ऐसे शिक्षकों को उनके इलाज वाले शहरों में रिक्त पदों के सापेक्ष अटैच कर सकती है। मंत्री के एक्शन में आने के बाद शिक्षा निदेशालय ने उन्हें माध्यमिक के 35 और बेसिक के 50 शिक्षकों की सूची उपलब्ध करा दी है।
तबादला ऐक्ट के तहत गठित समिति की बैठक न होने से गंभीर बीमार शिक्षकों के तबादले डेडलाइन के अनुसार नहीं हो पाए। शिक्षकों की समस्या को देखते हुए, सरकार उन्हें अटैचमेंट के जरिए राहत देने जा रही है।
अरविंद पांडेय, शिक्षा मंत्री