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उत्तराखंड बोर्ड के पौने तीन लाख छात्रों की होगी काउंसलिंग

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षाओं में शामिल छात्र-छात्राओं के लिए रिजल्ट के तनाव से मुक्ति और आगे करियर की राह दिखाने के लिए शिक्षा विभाग शिक्षक, छात्र और अभिभावकों की काउंसलिंग कराने जा रहा है। 24 मई को...

उत्तराखंड बोर्ड के पौने तीन लाख छात्रों की होगी काउंसलिंग
लाइव हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनMon, 20 May 2019 05:51 PM
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उत्तराखंड बोर्ड परीक्षाओं में शामिल छात्र-छात्राओं के लिए रिजल्ट के तनाव से मुक्ति और आगे करियर की राह दिखाने के लिए शिक्षा विभाग शिक्षक, छात्र और अभिभावकों की काउंसलिंग कराने जा रहा है। 24 मई को प्रदेश के सभी माध्यमिक स्कूलों में मेगा काउंसलिंग दिवस मनाते हुए शिक्षक छात्र और अभिभावकों के साथ चर्चा करेंगे। इस साल बोर्ड परीक्षा में 2.74 लाख छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। परीक्षा और करिअर के तनाव को खत्म करने के लिए क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के जीवन संघर्ष और कवि हरिवंशरॉय बच्चन की कविताओं की सहायता ली जाएगी।

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने काउंसलिंग के लिए आठ पेज काउंसलिंग पत्र भी जारी किया है। निदेशक-एआरटी सीमा जौनसारी कहतीं हैं कि बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट को लेकर शिक्षक छात्रों के प्रदर्शन को लेकर चिंतित रहते हैं। वहीं छात्र और अभिभावक भी प्रभावित रहते हैं। इसलिए जरूरी है कि शिक्षक, छात्र और अभिभावकों में बोर्ड परीक्षा को लेकर सहयोगात्मक, रचनात्मक और उत्साह का माहौल बनाया जाए। उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षा में इस साल करीब तीन लाख छात्रों ने भाग लिया है। जून के पहले हफ्ते में रिजल्ट आने की उम्मीद है। रिजल्ट के तनाव में न केवल छात्र बल्कि शिक्षक और अभिभावक भी परेशान रहते हैं। काउंसलिंग के जरिए उनके मन के तनाव को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। 


काउंसलिंग के लिए सभी मुख्य शिक्षा अधिकारी और डायट प्राचार्य को आदेश जारी कर दिए गए हैं। यह काउंसलिंग बहुत जरूरी है। काउंसलिंग से संबंधित सामग्री भी सभी जिलों को उपलब्ध करा दी गई है।
सीमा जौनसारी, निदेशक-एआरटी
 

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
किसी वजह से कम अंक ला पाए छात्रों को निराशा से उबारने के लिए काउंसलिंग में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का मॉडल रखा गया है। छात्रों को निराशा के भाव से दूर रखने के लिए कवि हरविंश रॉय बच्चन की कविता ‘कोशिश करने की वालों की हार नहीं होती’ का इस्तेमाल किया जा रहा है। एनसीईआरटी की ओर से जारी पत्र में दोनों का प्रमुखता से उल्लेख है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सचिन तेंदुलकर महान ै रहे हैं। पर वो भी हर मैच में चमत्कारी प्रदर्शन नहीं कर पाए। इसी प्रकार परीक्षाएं भी होती हैं। 
 

 

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