राज्य बनने के बाद से अब तक प्रदेश में 27,492 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, जिसमें 17,619 लोगों की जान गई है। विधायक देशराज कर्णवाल के सवाल के जवाब में परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने बताया कि राज्य गठन के बाद से फरवरी मध्य तक प्रदेश में कुल 27,492 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें 17,619 लोगों की मौत और 32,084 घायल हुए। उन्होने बताया कि उत्तराखंड सड़क परिवहन दुर्घटना राहत निधि नियमावली 2008 के अनुसार सार्वजनिक सेवायान से दुर्घटना होने पर मृत्यु और गंभीर रूप से घायल होने पर एक- एक लाख रुपए की सहायता प्रदान की जाती है। जबकि घायल होने की स्थिति में बीस दिन तक अस्पताल में भर्ती होने पर चालीस हजार रुपए और सामान्य रूप से घायल होने पर दस हजार रुपए की धनराशि प्रदान की जाती है।
इस मद में राज्य गठन से फरवरी मध्य तक 16 करोड़ 82 लाख 51 हजार रुपए की धनराशि प्रदान की जा चुकी है। उतराखंड में हो रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने भी कमर कसी हुई। रैश ड्राइविंग के अलावा, नशे में गाड़ी चलाना, नाबालिग बच्चों द्वारा वाहनों के इस्तेमाल को रोकने पर भी पुलिस की पैनी नजर बनी रहती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हर जिलों के थाना इंचार्जों को सख्त से सख्त हिदायत दी जाती है कि वाहनों की चेकिंग अभियान चलाएं। लापवाह ड्राइवरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए खुली छूट दी गई है ताकि प्रदेशभर में हो रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाया जा सके।
सहसपुर में बाढ़ प्रबंधन के उपाय
सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर के सवाल के जवाब में सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि सहसपुर- विकासनगर विधानसभा क्षेत्र की शीतला और यमुना नदी के क्षेत्रों को बाढ़ प्रबंधन के लिए भारत सरकार की बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम में शामिल किया गया है।