भारत नेपाल सीमा: सामरिक महत्व की टनकपुर-जौलजीवी मोटर मार्ग को सड़क का इंतजार
सरकार ने सामरिक महत्व के टनकपुर-जौलजीवी मोटर मार्ग निर्माण के टेंडर में लापरवाही बरतने पर लोनिवि के एक प्रभारी मुख्य अभियंता व एक अधीक्षण अभियंता को सस्पेंड कर दिया है। इनमें प्रभारी मुख्य...
सरकार ने सामरिक महत्व के टनकपुर-जौलजीवी मोटर मार्ग निर्माण के टेंडर में लापरवाही बरतने पर लोनिवि के एक प्रभारी मुख्य अभियंता व एक अधीक्षण अभियंता को सस्पेंड कर दिया है।
इनमें प्रभारी मुख्य अभियंता मयन पाल सिंह वर्मा को मुख्यालय दून व प्रभारी अधीक्षण अभियंता मनोहर सिंह को पौड़ी कार्यालय से संबंद्ध किया गया है।
मंगलवार को सचिव लोनिवि आरके सुधांशु ने यह आदेश किए। भारत-नेपाल सीमा पर आवाजाही के लिए इस मार्ग के निर्माण को पूर्व में मंजूरी दी गई थी।
ठेकेदार के फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर अगस्त, 2017 में सड़क के अनुबंध को रद कर दिया गया था। कुछ समय तक यह मामला कोर्ट की वजह से लंबित भी रहा। आरोप है कि न्यायालय से यथास्थिति हटने के बाद अभियंताओं ने टेंडर प्रक्रिया में तेजी नहीं दिखाई।
सीएम की कड़ी नाराजगी पर तत्काल एक्शन
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की अध्यक्षता में सीमावर्ती सड़कों की समीक्षा के दौरान यह मसला उठा। सीएम ने हैरानी जताई कि गृह मंत्रालय ने जिस सड़क के लिए तीन साल पहले ही बजट रिलीज कर दिया था, उसका निर्माण अब तक पूरा क्यों नहीं हुआ। उन्होंने सचिव, लोनिवि से लापरवाह इंजीनियरों को तत्काल सस्पेंड करने को कहा।