ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंडदो लड़कियों से शादी रचाने वाला ये दूल्हा निकला लड़की, होश उड़ा देगी इसकी कहानी

दो लड़कियों से शादी रचाने वाला ये दूल्हा निकला लड़की, होश उड़ा देगी इसकी कहानी

लड़का बनकर दो लड़कियों से शादी रचाने वाली बिजनौर धामपुर के कृष्णा उर्फ स्वीटी सेन की लड़का होने की जिद ने दो जिंदगियां बर्बाद कर दीं। कृष्णा ने कालाढूंगी में सीएफएल फैक्ट्री खोलने का झांसा...

Newswrapहल्द्वानी, मोहन भट्टThu, 15 Feb 2018 03:09 PM

बर्बाद कर दी दो लड़कियों की जिंदगी

बर्बाद कर दी दो लड़कियों की जिंदगी1 / 4

लड़का बनकर दो लड़कियों से शादी रचाने वाली बिजनौर धामपुर के कृष्णा उर्फ स्वीटी सेन की लड़का होने की जिद ने दो जिंदगियां बर्बाद कर दीं। कृष्णा ने कालाढूंगी में सीएफएल फैक्ट्री खोलने का झांसा देकर न सिर्फ दोनों लड़कियों से ब्याह रचाया, बल्कि उनसे लाखों रुपये भी ठग लिये। पुलिस के अनुसार यूपी के बिजनौर जिले के धामपुर निवासी युवती कृष्णा सेन उर्फ स्वीटी सेन बचपन से ही लड़का बनना चाहती थी। उसका रहन-सहन और पहनावा भी लड़कों जैसा ही था। इसी का फायदा उठाते हुए उसने दो लड़कियों से प्रेम कर उनके संसार को विरान कर दिया।

सगाई करने हल्द्वानी आए थे कथित मां-बाप और भाई-बहन

कृष्णा ने वर्ष 2013 में फेसबुक के जरिये काठगोदाम की डबल एमए कर चुकी युवती को प्रेम जाल में फांसा। कृष्णा ने बताया कि अलीगढ़ में उसकी सीएफएल फैक्ट्री है। करीब छह महीनों तक सोशल मीडिया में दोनों का प्रेम परवान चढ़ा। इसके बाद वह जनवरी 2014 में अचानक सफारी कार लेकर शादी का हाथ मांगने हल्द्वानी पहुंच गयी। शूटबूट में लंबी कार में काठगोदाम पहुंचे कृष्णा को देखकर युवती का परिवार रिश्ते को ना नहीं कर सका। अगले कुछ दिनों में कृष्णा अपनी कथित मां, पिता, बहन और छोटे भाई को लेकर सगाई करने पहुंचा। टेढ़ी पुलिया स्थित लेमन पार्क होटल में कृष्णा ने काठगोदाम निवासी युवती से सगाई की। इसके बाद 14 फरवरी 2014 को दोनों की देवाशीष होटल में गाजे-बाजे के साथ शादी हो गयी। पीड़ित युवती के भाई ने बताया कि बारात में कृष्णा के माता-पिता नहीं आये, सिर्फ भाई-बहन और दोस्त समेत 50 बाराती पहुंचे थे। होटल में दिन में लड़की पक्ष ने महिला संगीत कार्यक्रत था, जबकि रात में बैंड-बाजे के साथ बारात आयी थी।

फैक्ट्री खोलने का झांसा देकर ऐंठे 8.5 लाख, गहने बेचे

फैक्ट्री खोलने का झांसा देकर ऐंठे 8.5 लाख, गहने बेचे2 / 4

कृष्णा सेन ने शादी के बाद हरिद्वार और हल्द्वानी के कमलुवागांजा में एलईटी बल्व की फैक्ट्री खोलने की बात ससुराल वालों को बतायी थी। जिसके लिए उसने तिकोनिया में थ्री रूम का घर भी किराये में लेकर पत्नी को रख लिया था। इसके बाद उसने ससुराल वालों से कारोबार के लिए पांच लाख रुपए उधार मांगे। रुपए मिलते ही कृष्णा सेवरले कंपनी की चमचमाती कार और नई मोटरसाइकिल खरीद लाया। ससुराल वालों को उस वक्त शक भी हुआ। इसी तरह से उसने फैक्ट्री के नाम पर न सिर्फ ससुराल वालों से साढ़े तीन लाख रुपए और ऐंठ लिये। बल्कि पत्नी की नथ, मांग टीका, कंगन, अंगूठी समेत सोने के कई आभूषण भी डरा धमकाकर आभूषण डाले।

कृष्णा के दूर-दूर रहने से गहराता गया शक 

शादी के बाद कृष्णा पत्नी से दूर-दूर रहता था। कारोबार की बात कहकर 10-15 दिनों तक घर नहीं आता था। हल्द्वानी में होने पर भी देर रात में पहुंचता था और बात-बात में झुंझलाने और धमकाने लगता था। जिस कारण उसकी पत्नी सहमी रहती थी। दोनों में जुबानी झगड़े मारपीट तक पहुंचने पर पीड़ित लड़की करीब एक साल साथ रहने के बाद अपने मायके काठगोदाम में ज्यादा रहने लगी। पत्नी का कहना है कि वैष्णो देवी दर्शन के दौरान भी वह आम लड़कों की तरह खुले में शौच नहीं करता था, हमेशा वह बंद बाथरूम में ही जाता था।

चार महीने साथ-साथ रही दोनों पत्नियां

चार महीने साथ-साथ रही दोनों पत्नियां3 / 4

कृष्णा के दूसरे ब्याह की सूचना मिलते ही पहली पत्नी काठगोदाम से तिकोनिया पहुंची। आरोप है कि कृष्णा ने दोनों पत्नियों और उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद दोनों चुप बैठ गयीं। चार महीने तक दोनों साथ-साथ रहीं, पर इस दौरान भी कृष्णा उनसे दूर-दूर ही रहा। चार महीने बाद पहली पत्नी काठगोदाम लौट गयी तो कृष्णा दूसरी पत्नी को लेकर मुखानी क्षेत्र में किराये पर रहने लगा। कृष्णा के जेंडर पर शक होने और ठगी का अहसास होने पर पहली पत्नी ने काठगोदाम थाने में अक्तूबर 2017 में कृष्णा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया, जिसके बाद वह हल्द्वानी छोड़कर हरिद्वार भाग गया था।

कृष्णा ने 2016 में रचाया दूसरा ब्याह

पहली पत्नी से अनबन काफी बढ़ने के बाद कृष्णा ने अपने कालाढूंगी में रहने वाले एक करीबी दोस्त की 21 साल की बहन को झांसे में फांस लिया। कृष्णा लड़की के परिवार को आर्थिक मदद देता रहता था, जिस कारण दोनों के बीच प्रेम परवान चढ़ गया। खास बात यह रही है यह लड़की और उसका भाई कृष्णा की पहली शादी में भी शामिल हुए थे। 29 अप्रैल 2016 को कृष्णा ने कालाढूंगी की लड़की से दोबारा गाजे-बाजे के साथ शादी कर तिकोनिया वाले किराये के घर में रहने लगा। कृष्णा ने दूसरी बारात की पार्टी भी देवाशीष होटल में ही दी थी।

आईडी में कहीं मेल, कहीं फीमेल

कृष्णा सेन का असली नाम स्वीटी सेन भी है। उसके पास मिले वोटर आईडी, पेन कार्ड, आधार कार्ड में कृष्णा ने खुद को मेल दर्शा रखा है, जबकि राशन कार्ड में उसने खुद को फीमेल बताया है। राशन कार्ड में नाम दर्ज कराते वक्त उसकी उम्र 15 साल थी।

गिरफ्तारी के बाद कृष्णा बोला, किसी को जिंदा नहीं छोडूंगा

गिरफ्तारी के बाद कृष्णा बोला, किसी को जिंदा नहीं छोडूंगा4 / 4

पहली पत्नी के भाई ने बताया कि मेडिकल जांच में कृष्णा के लड़की होने का पता चलने पर वह उससे मिलने काठगोदाम थाने गया था। धोखेबाजी की वजह पूछने पर कृष्णा उसे पुलिस के सामने धमकाने लगा। कृष्णा ने धमकी दी कि अभी पुलिसवालों के सामने ज्यादा मत उछल। आरोप है कि कृष्णा ने जेल से बाहर आकर उसे और उसके पूरे परिवार को जान से मार देने की धमकी भी दे डाली।

शहर में कई लोगों से कर चुकी है ठगी

कृष्णा सेन ने शहर में कई लोगों को चुना लगाया है। वह पहले लोगों से दोस्ती गांठ कर उनसे सामान लेता था। और उसका पेमेंट समय से पेमेंट कर उनका भरोसा जीत लेता था। इसका बाद बड़ा उधार लेकर गायब हो जाता था। मंगलपड़ाव स्थित मोबाइल फोन की दुकान से डेढ़ लाख के फोन, मुखानी स्थित फर्नीचर की दुकान से 2.30 लाख रुपये का फर्नीचर, बाइक और कार खरीदने के मामले में भी उसने लाखों की ठगी की है। बाद में बाइक के मालिक ने रुपये नहीं देने पर उसकी बाइक को अपने कब्जे में ले लिया।

65 हजार की ठगी हरिद्वार में भी 

पुलिस से बचने के लिए कृष्णा सेन हरिद्वार में रहने लगी। वहां भी उसने कई महिलाओं से दोस्ती गांठ ली। दो महिलाओं ने अपने पति से छुपाकर उसकी 65 हजार रुपये की मदद भी की। अब जबकि कृष्णा सेन का मामला खुल गया है तो महिलाएं परिवार के डर से उसकी शिकायत करने से भी डर रही हैं

मनोविज्ञान की नजर से 

मनोविज्ञान को समझने वालों का अध्ययन बताता है कि समान लिंग को पसंद करना कोई बीमारी नहीं है। हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग के डॉक्टर मृण्मय दास के अनुसार आरोपी का शरीर तो लड़की का, लेकिन उसके भीतर के अहसास एक लड़के के रहे होंगे। उसकी इन भावनाओं को समाज समझ नहीं पाता, जिससे बचने के लिए शायद ढोंग रचा गया हो। ऐसे में उसकी मनोदशा को समझना सामान्य व्यक्ति के लिए काफी मुश्किल हो सकता है। सामान्य रूप से मनुष्य का आकर्षण विपरीत लिंग की ओर होता है, पर इस तरह के मामलों में विपरीत लिंग आकर्षित नहीं करता।