सुमना हादसा:रेस्क्यू कार्य में खराब मौसम बना खलनायक,जानें अब तक कितने मिले शव
सुमना-2 में हुई हिमस्खलन की घटना में मृतक बीआरओ के 11 मजदूरों के शव घटना स्थल से खोजकर एयर फोर्स के दो विमानों से जोशीमठ सेना ब्रिगेड हेलीपैड पर लाए गए। जबकि रविवार देर शाम एक और मजदूर का शव मिल गया...
सुमना-2 में हुई हिमस्खलन की घटना में मृतक बीआरओ के 11 मजदूरों के शव घटना स्थल से खोजकर एयर फोर्स के दो विमानों से जोशीमठ सेना ब्रिगेड हेलीपैड पर लाए गए। जबकि रविवार देर शाम एक और मजदूर का शव मिल गया है। जो सोमवार को लाया जाएगा। अभी भी छह मजदूर लापता हैं। रविवार सुबह से ही सेना राहत और बचाव कार्य में जुट गई थी। रविवार दोपहर 12.20 बजे तक 11 शव लाए गए।
इन शवों का जोशीमठ शवगृह में पोस्टमार्टम किया जा रहा है। बीआरओ के चीफ इंजीनियर पुनीत जैन ने बताया ने कमांडर मनीष कपिल शनिवार को घटना स्थल पर अपनी टीम के साथ पहुंचे पूरी जानकारी लेकर हादसे से सुरक्षित बीआरओ के मजदूरों और कर्मियों से मुलाकात कर रहे हैं। सेना, आईटीबीपी के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार हिमस्खलन की आपदा में मारे गए बीआरओ के 11 मजदूरों के शव सेना के विमानों से जोशीमठ लाए गए हैं।
एसडीआरएफ नहीं पहुंची घटनास्थल पर
सीमावर्ती इलाके गमशाली, बाम्पा से आगे भारी बर्फ जमी है। कोसा से आगे सड़क मार्ग से कोई भी बचाव दल अभी घटना स्थल तक नहीं पहुंच पाया है। एसडीआरएफ ने रविवार को भी आगे बढ़कर घटनास्थल पर जाने की कोशिश की, लेकिन भारी हिमपात और हाईवे बाधित होने से अड़चन आ रही है। इसलिए पूरा रेस्क्यू अभियान सेना, आईटीबीपी के जवानों, अफसरों और एयर फोर्स के जांबाज पायलटों के कंधों पर ही टिका है। डीएम स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि मरने वाले बीआरओ के 11 मजदूरों के शव पहुंचने के बाद उनका पोस्टमार्टम सीएचसी जोशीमठ में किया जा रहा है। सेना ने सुमना में हवाई मार्ग से एक डॉग स्क्वायड टीम को भेज दिया है। जो कि एवलांच के नीचे दबे हुए मजदूरों को ढूंढने का प्रयास करेगा।
हादसे में मरने वाले मजदूरों के नाम
मनोज तोमदार, मसीहा दास मार्की, साजन कंडुलना, पाल कंडुलना, नायरन कंडुलना, हनूक कंडुलना, निर्मल सैंदिल, सुखराम मुंडा, रोहित सिंह, तारनी सिंह, राहुल कंवर निवासीगण झारखंड हैं।
एक और घायल को देहरादून भेजा गया
सात घायल जिनका इलाज सेना के चिकित्सालय में जोशीमठ में चल रहा था उनमें से एक की तबीयत अचानक बिगड़ जाने के बाद रविवार को उसे सेना के हेलीकॉप्टर से देहरादून इलाज के लिए भेज दिया गया है लेफ्टिनेंट कर्नल शशिकांत शर्मा ने बताया कि घायल फिलिप बड़वा की किडनी में तकलीफ होने के कारण उसे चिकित्सकों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया है। बता दें कि इससे पहले एक और गंभीर रूप से घायल मजदूर को सेना के चिकित्सकों ने पहले ही हायर सेंटर देहरादून इलाज के लिए रेफर किया था।
जोशीमठ में शुरू हुआ मृतकों का पोस्टमार्टम
डीएम स्वाति एस भदौरिया ने कहा कि बीआरओ के 11 मजदूर जिनकी मृत्यु हो गई है, उन सभी का जोशीमठ पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम जिला चिकित्सालय से आए चिकित्सकों द्वारा सीएचसी जोशीमठ में किया जा रहा है। जिसके बाद नियमानुसार उन्हें मृतक प्रमाण पत्र और एसडीआरएफ मानकों के अनुसार सहायता राशि उनके परिजनों को जारी की जाएगी। बताया कि पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के शव उनके परिजनों के सुपुर्द भी कर दिए जाएंगे।
हेलीकॉप्टर सुमना में नहीं हो सका लैंड
खराब मौसम की वजह से प्रशासन क हैलीकॉप्टर सुमना में लैंड नहीं हो सका। लेकिन, प्रशासन की ओर से घटना स्थाल का हवाई निरीक्षण किया है। कहा कि सेना,आईटीबीपी, एसडीआरएफ के जवान रेस्क्यू कार्य को जारी रखा हुआ है।