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पौड़ी के तिमली गांव के स्कूली बच्चों ने अंतरिक्ष यात्री रिकी अर्नाल्ड से लाइव बातचीत की,अर्नाल्ड ने साझा किए अपने अनुभव

पौड़ी के द्वारीखाल ब्लॉक के तिमली गांव स्थित तिमली विद्यापीठ में पांच स्कूलों के छात्र अंतरिक्ष यात्री अर्नाल्ड से बात करने के लिए जुटे। छात्रों ने अंतरिक्ष में मौजूद रिकी अर्नाल्ड से करीब 10 मिनट तक...

पौड़ी के तिमली गांव के स्कूली बच्चों ने अंतरिक्ष यात्री रिकी अर्नाल्ड से लाइव बातचीत की,अर्नाल्ड ने साझा किए अपने अनुभव
लाइव हिन्दुस्तान टीम,देहरादून Tue, 28 Aug 2018 12:38 PM
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पौड़ी के द्वारीखाल ब्लॉक के तिमली गांव स्थित तिमली विद्यापीठ में पांच स्कूलों के छात्र अंतरिक्ष यात्री अर्नाल्ड से बात करने के लिए जुटे। छात्रों ने अंतरिक्ष में मौजूद रिकी अर्नाल्ड से करीब 10 मिनट तक लाइव बातचीत की। छात्रों में खासा कौतूहल रहा। उत्तराखंड के सुदूर गांवों के छात्र पहली बार अंतरिक्ष यात्रियों रूबरू हुए। सोमवार को पौड़ी के द्वारीखाल ब्लॉक के तिमली गांव स्थित तिमली विद्यापीठ में पांच स्कूलों के छात्र अंतरिक्ष यात्री अर्नाल्ड से बात करने के लिए जुटे। छात्रों ने अंतरिक्ष में मौजूद रिकी अर्नाल्ड से करीब 10 मिनट तक लाइव बातचीत की। छात्रों में खासा कौतूहल रहा। 
गांव के स्कूलों के बच्चों ने अंग्रेजी में अंतरिक्ष यात्री रिकी अर्नाल्ड के साथ बातचीत की। अर्नाल्ड ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि अंतरिक्ष में जीवन रफ्तार भरा है, काम के बीच यहां पर समय बहुत जल्दी बीत जाता है। अंतरिक्ष का कूड़ा कहां जाता है। इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में कूड़ा न फैले, इस बात का खास ख्याल रखा जाता है। बच्चों को दूसरे ग्रह पर मौजूद एलियन को लेकर भी उत्सुकता थी और उन्होंने अंतरिक्ष में मौजूद अर्नाल्ड से पूछा कि क्या उन्हें वहां एलियन या उनका यान नजर आया। इस पर अर्नाल्ड ने कहा कि अभी तक उन्होंने किसी भी एलियन या उनके यान को नहीं देखा है, अगर वह देखते हैं तो उन्हें जरूर बताएंगे। स्पेस में हम अपनी पांचों ज्ञानेंद्रियों का प्रयोग करते हैं और अपने परिवार से बातचीत भी कर सकते हैं। अर्नाल्ड ने बताया कि अंतरिक्ष से पूरी दुनिया बहुत खूबसूरत दिखती है। 
तिमली विद्यापीठ की पहल लाई रंग
तिमली विद्यापीठ के संस्थापक आशीष डबराल ने कहा कि लंबे समय के प्रयासों के बाद यह सफलता हासिल हुई। सभी छात्रों ने खुशी जताते हुए कार्यक्रम के सभी आयोजकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के आयोजन में एआरआईएसएस संस्था और नासा का सहयोग रहा। कार्यक्रम को बेल्जियम स्थित स्टेशन से टेलीब्रिज की ओर से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में राजकीय इन्टर कॉलेज देवीखेत, राजकीय इन्टर कॉलेज चेलुसैंण, सरस्वती शिशु मंदिर, विद्या मन्दिर व आदर्श बाल भारती चेलुसैंण तथा श्री तिमली विद्यापीठ के छात्रों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से वरिष्ठ वैज्ञानिक डा.संदीप बरुआ ने किया।  
एफएम पर लाइव सुनी गई बातचीत
यूरोप के कई हिस्सों में (आईएसएस की अंतरिक्ष मे स्थिति अनुसार) इस वार्तालाप को एफएम में 145.800 मेगाहर्ट्ज पर सुना गया।   

 

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