ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंडसिविल सेवा में 43वीं रैंक हासिल करने वाले शुभम ने कहा- पाठ्यक्रम को ग्रंथ बना लें, मेहनत को यज्ञ हवन

सिविल सेवा में 43वीं रैंक हासिल करने वाले शुभम ने कहा- पाठ्यक्रम को ग्रंथ बना लें, मेहनत को यज्ञ हवन

रामनगर के शुभम बंसल ने सिविल सेवा की परीक्षा में 43वीं रैंक लाकर उत्तराखंड टॉप किया है। उन्होंने कहा पाठ्यक्रम को उन्होंने ग्रंथ मान कर पढा, दो बार असफलता मिलने के बाद भी कभी वह निराश नहीं हुए और...

सिविल सेवा में 43वीं  रैंक हासिल करने वाले शुभम ने कहा- पाठ्यक्रम को ग्रंथ बना लें, मेहनत को यज्ञ हवन
हिन्दुस्तान टीम, रामनगर। राजू वर्माTue, 04 Aug 2020 07:31 PM
ऐप पर पढ़ें

रामनगर के शुभम बंसल ने सिविल सेवा की परीक्षा में 43वीं रैंक लाकर उत्तराखंड टॉप किया है। उन्होंने कहा पाठ्यक्रम को उन्होंने ग्रंथ मान कर पढा, दो बार असफलता मिलने के बाद भी कभी वह निराश नहीं हुए और असफलता ही उनकी मजबूती का आधार बना।

मंगलवार को शुभम ने आपके प्रिय अखबार हिन्दुस्तान से खास बातचीत की। सिविल सर्विसेज की तैयारियों पर उनसे सवाल पूछे गए। कहा शुरू से ही उन्होंने अपना लक्ष्य तय किया था।

शुरुआत में जितनी मेहनत की, उतनी मेहनत बाद में करते रहे। कितने घंटे पढ़ाई करनी है, यह नहीं सोचा। हां योजना के अनुसार ही पढ़ाई की। उन्होंने कहा लगन और कड़ी मेहनत करने से ही सफलता मिलती है।

कहा पहली बार उन्होंने 22 साल की उम्र में सिविल सर्विसेज की परीक्षा दी, रिटर्न में सफल हुए लेकिन इंटरव्यू में रह गए। दूसरी बार मे भी असफलता मिली। तब से उन्होंने ठान लिया परीक्षा पास करके ही रहेंगे।

2019 में परीक्षा दी। लेकिन रैकिंग को लेकर असमंजस में थे। बैंक में मैनेजर होने के बाद भी आगे होने वाली सिविल सर्विसेस परीक्षा की तैयारी जुट गए। 43वीं रैंक को उन्होंने मेहनत के अनुकूल बताया। सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को दिया है। कहा किताबों को ग्रंथ की तरह पढ़ा, यज्ञ और हवन की तरह मेहनत की।

हाईस्कूल से ही तय कर लिया लक्ष्य
रामनगर। 
रामनगर  निवासी अतुल बंसल के पुत्र शुभम बंसल ने वर्ष 2011 में हाईस्कूल की परीक्षा लिटिलस्कालर्स काशीपुर से ग्रेट ए प्लस लाकर पास की। 12वीं परीक्षा आरके पुरम दिल्ली स्थित डीपीएस स्कूल से उत्तीर्ण की। 2017 में दिल्ली में ही रह कर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। 2019 में रिजर्व बैंक का मैनेजर पद की परीक्षा क्वालीफाई किया। कहा हाईस्कूल से ही उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी करने की ठान ली थी। लिटिलस्कालर्स की निदेशक ऋतु भल्ला ने कहा शुभम शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रहा है।

निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाए युवा
रामनगर।
शुभम ने कहा शुरू से ही उन्हें समाजसेवा करने का मन है। डॉक्टर, शिक्षक आदि बनकर भी लोग समाजसेवा करते हैं। प्रशासनिक अधिकारी बनने का बाद समाजसेवा का दायरा बढ़ जाता है।  युवा सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए योजना के अनुसार पढ़ाई करें। प्रजेंस ऑफ माइंड होना भी बेहद जरूरी है। किताबी ज्ञान के अलावा सामाजिक ज्ञान भी होना जरूरी है। 

भविष्य को लेकर सतर्क रहें युवा
रामनगर।
शुभम के पिता अतुल बंसल ने कहा शुभम पहले से ही पढ़ाई व भविष्य को लेकर सतर्क रहा। दिल्ली में रहकर पढ़ाई की। क्या बनना है? इसको लेकर शुभम पर कभी भार नहीं डाला गया। काशीपुर रोड के समीप उनकी एक राइस मिल है। एक बेटी की वह शादी कर चुके हैं। शुभम की अभी शादी नहीं हुई है।

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें