शिक्षा आचार्य का शिक्षा मित्र के पद पर समायोजन नहीं
शिक्षा आचार्य को शिक्षा मित्र के पद पर समायोजित नहीं किया जाएगा। शिक्षा विभाग के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने 2010 और 2011 में इस बाबत हुए जीओ को निरस्त कर दिया। विभागीय आंकड़ों के अनुसार शिक्षा आचार्यों की...
शिक्षा आचार्य को शिक्षा मित्र के पद पर समायोजित नहीं किया जाएगा। शिक्षा विभाग के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने 2010 और 2011 में इस बाबत हुए जीओ को निरस्त कर दिया। विभागीय आंकड़ों के अनुसार शिक्षा आचार्यों की संख्या 900 के करीब आंकी गई है। सूत्रों के अनुसार बेसिक शिक्षक के लिए एनसीटीई से मानक तय हैं। इसके अनुसार, शिक्षा मित्र की व्यवस्था खत्म की जा चुकी है। चूंकि यह पद रह ही नहीं गया है, इसलिए शिक्षा आचार्य के जीओ को वापस ले लिया गया है। मालूम हो कि 2010 के जीओ के तहत राज्यभर में सभी शिक्षा आचार्यों को शिक्षा मित्र पद पर समायोजित कर लिया गया था। केवल यूएसनगर के 302 शिक्षा आचार्य रह गए थे। उनके समायोजन न होने के पीछे विभागीय अधिकारियों की देरी को जिम्मेदार माना जाता है। इन्हें शिक्षा मित्र बनाने की कवायद कांग्रेस की सरकार में दोबारा शुरू हुई थी। शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि इस साल 31 मार्च तक टीईटी पास कर चुके डीएलएड शिक्षा मित्रों को स्थायी किया जा चुका है। इस अवधि के बाद टीईटी करने वाले शिक्षा मित्रों को 12 अंकों का वेटेज और आयु में छूट दी जा रही है।