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कहीं दून में तो नहीं आतंकी ‘स्लीपर सेल’ ? आईबी के साथ ही मिलिट्री इंटेलीजेंस जांच में जुटी

शोएब लोन दून में रहकर कश्मीर में सक्रिय आतंकी सगठनों के संपर्क में कैसे आया? क्या यहां स्लीपर सेल ने मौजूद रहकर उसे आतंकवाद के प्रति प्रेरित तो नहीं किया या सोशल साइटों और अन्य माध्यम के जरिए वह...

कहीं दून में तो नहीं आतंकी ‘स्लीपर सेल’ ? आईबी के साथ ही मिलिट्री इंटेलीजेंस जांच में जुटी
लाइव हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनTue, 09 Oct 2018 08:00 PM
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शोएब लोन दून में रहकर कश्मीर में सक्रिय आतंकी सगठनों के संपर्क में कैसे आया? क्या यहां स्लीपर सेल ने मौजूद रहकर उसे आतंकवाद के प्रति प्रेरित तो नहीं किया या सोशल साइटों और अन्य माध्यम के जरिए वह आतंकवाद से जुड़ा? इन तमाम सवालों के जवाब के लिए इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के साथ ही मिलिट्री इंटेलीजेंस जांच में जुट गई हैं। यहां रहकर वह खूंखार आतंकी संगठन से ऐसे संपर्क में रहा कि आतंकी कैंप में जाने के लिए आखिरी सफर भी दून से श्रीनगर के लिए किया। जम्मू कश्मीर से दून में आकर करीब 200 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। एजीडी, अपराध एवं कानून अशोक कुमार ने बताया कि दून में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों की समय-समय पर गोपनीय जांच की जाएगी। 

कश्मीरी छात्र का पिता भी था आतंकवादी 
दून के शैक्षिक संस्थान से जाकर आतंकी संगठन से जुड़े कश्मीरी छात्र का बाप 90 के दशक में आतंकी सगठन से जुड़ने के बाद मारा गया था। आतंकी हमले में मारे जाने के कारण आतंकी संगठन उसे भी अपनी पोस्टों में शहीद का दर्जा देते हैं। सोशल साइटों पर चल रहे शोएब लोन के फोटों में पिता अरशद हुसैन के नाम के साथ भी शहीद लगाया गया है। जम्मू-कश्मीर के बुमराट (कुलगाम) का रहने वाला छात्र शोएब अहमद लोन नंदा की चौकी स्थित एल्पाइन इंस्टीट्यूट में बीएससी (आईटी) पांचवें समेस्टर का छात्र है।

बीते जून में परीक्षा देकर घर गया शोएब सितंबर में वापस दून स्थित संस्थान लौटा। यहां तीन या चार दिन रुकने के बाद 20 सितंबर को मां की तबीयत खराब होने के साथ ही दोस्त की शादी की बात कही और चंडीगढ़ से श्रीनगर की फ्लाइट से शोएब फिर चला गया। दून से 20 सितंबर को रवाना होते ही सीधे जाकर वह कश्मीर में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ गया। कुलगाम में शोएब की गुमशुदगी दर्ज करने के बाद उसकी आतंकी संगठनों से जुड़ने का पता लगा तो उस पर आतंकियों पर लगाए जाने वाली धारा 121 (भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध करना या युद्ध करने का प्रयत्न करना) के तहत भी अभियोग दर्ज कर लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक  शोएब का बाप अरशद हुसैन 90 के दशक में सेना द्वारा मारा गया था। 
 

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