गढ़वाल मंडल को 60 साल बाद मिली थीं दूसरी महिला सांसद
उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में माला राज्य लक्ष्मी शाह 60 साल बाद दूसरी महिला सांसद बनीं है। वर्ष 1952 में हुए लोकसभा चुनाव में गढ़वाल मंडल से सांसद बनी कमलेंदुमति शाह पहली महिला सांसद थीं। गढ़वाल और...
उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में माला राज्य लक्ष्मी शाह 60 साल बाद दूसरी महिला सांसद बनीं है। वर्ष 1952 में हुए लोकसभा चुनाव में गढ़वाल मंडल से सांसद बनी कमलेंदुमति शाह पहली महिला सांसद थीं। गढ़वाल और हरिद्वार सीट से अभी तक कोई भी महिला सांसद नहीं बनी हैं। गढ़वाल मंडल में टिहरी, गढ़वाल और हरिद्वार संसदीय सीटें हैं। इन तीनों संसदीय सीटों में अब तक हुए लोकसभा चुनावों में माला राज्य लक्ष्मी शाह दूसरी महिला सांसद हैं। गढ़वाल मंडल में सबसे पहली महिला सांसद कमलेंदुमति है जो कि 1952 में कांग्रेस से लोकसभा का चुनाव जीती थी। इसके बाद टिहरी के पूर्व शाही परिवार के वंशज मानवेंद्र शाह की बहु माला राज्य लक्ष्मी शाह वर्ष 2012 में भाजपा से लोस उपचुनाव जीतकर दूसरी महिला सांसद बनी थीं। उन्होंने टिहरी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विजय बहुगुणा के बेटे साकेत बहुगुणा को हराया था। इसके बाद फिर 2014 में लोकसभा के चुनाव में भाजपा से माला राज्य लक्ष्मी शाह को टिकट मिला और कांग्रेस के साकेत बहुगुणा को हराकर दूसरी बार सांसद बनीं। मौजूदा लोस चुनाव में भी माला राज्य लक्ष्मी शाह संभावित प्रत्याशी मानी जा रही हैं। उनके समर्थकों ने प्रचार के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। देहरादून के ही कैंट, मसूरी आदि विधानसभा में उनके प्रचार को बैठकों का दौर भी शुरू गया है। गौरतलब है कि भाजपा से मानवेंद्र शाह 1991 से 2007 तक तक सांसद रहे। उनके निधन के बाद हुए उप चुनाव में कांग्रेस के विजय बहुगुणा ने इस सीट पर जीत दर्ज की और वर्ष 2012 तक सांसद रहे। अब विजय बहुगुणा भाजपा में हैं और टिहरी सीट से टिकट के लिए अंदरूनी दबाव बनाए हुए हैं।