राम मंदिर निर्माण को लेकर हरिद्वार से संतों का एक जत्था 18 फरवरी को अयोध्या के लिए कूच करेगा। संतों का यह दल जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के आह्वान पर 21 फरवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम लला के मंदिर निर्माण के लिए पूजन में शामिल होने के लिए जाएगा। दल का नेतृत्व भारत साधू समाज के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी और राष्ट्रीय प्रवक्ता ऋषिश्वरानंद करेंगे।
ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने बताया कि अब अयोध्या में भगवान श्रीराम लला के मंदिर निर्माण के लिए भारत का समस्त संत समाज एकजुट हो चुका है। सभी धर्माचार्य चाहते हैं कि अब आयोध्या में भगवान श्रीराम लला के मंदिर निर्माण में देरी नहीं होनी चाहिए। अभी हाल में प्रयागराज अर्द्धकुंभ मेले में भी राम मंदिर के निर्माण के लिए कई संत-महापुरुषों ने अपने-अपने अखाड़ों, आश्रमों और धर्म संसदों में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। भारत की सर्वोत्तम संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महन्त नरेंद्र गिरी भी अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए कई बार बैठक कर संत-महापुरुषों के साथ चर्चा कर चुके हैं।
ऋषिश्वरानंद का कहना है कि देश का समस्त संत समाज करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र माने जाने वाले भगवान श्रीराम लला के मंदिर निर्माण के लिए चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि देश का कानून अपना काम कर रहा है और हम कानून का सम्मान करते हैं। लेकिन जो आयोध्या में भगवान श्रीराम लला के मंदिर निर्माण में देरी हो रही है। उससे देश के सभी धर्मगुरु और धर्माचार्य चिंतित हैं और अब शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के आह्वान पर 21 फरवरी को संत समाज अयोध्या में कूच करने जा रहा है।