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उत्तराखंड में रोडवेज ने नई बसों का संचालन रोका, जानें कारण

उत्तराखंड रोडवेज की नई बसों में लगातार खराबी के चलते प्रबंधन ने सभी 150 बसों के संचालन पर रोक लगा दी है। इन बसों की थर्ड पार्टी जांच के लिए सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट (सीआईआरटी) पूना से...

उत्तराखंड में रोडवेज ने नई बसों का संचालन रोका, जानें कारण
लाइव हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनThu, 28 Nov 2019 04:16 PM
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उत्तराखंड रोडवेज की नई बसों में लगातार खराबी के चलते प्रबंधन ने सभी 150 बसों के संचालन पर रोक लगा दी है। इन बसों की थर्ड पार्टी जांच के लिए सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट (सीआईआरटी) पूना से टीम बुलाई जा रही है। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया गया। रोडवेज ने हाल ही में 150 नई बसें खरीदीं। बसों के रूट पर उतरते ही तकनीकी कमियां सामने आने लगीं। अब तक तीन बसों के गियर लीवर टूट चुके हैं। एक बस 14 हजार, दूसरी 10 हजार और तीसरी बस मात्र 14 सौ किलोमीटर चली है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने इन बसों की तकनीकी खामियों को उजागर किया। रोडवेज कर्मचारी भी इस मुद्दे को लेकर मुखर हैं। रोडवेज के प्रबंध निदेशक रणवीर चौहान ने बसों के गियर लीवर टूटने को गंभीरता से लिया है। उन्होंने बताया कि बसों को ऑफ रूट करने के आदेश कर दिए गए हैं। इनकी थर्ड पार्टी जांच के लिए सीआईआरटी पूना की टीम बुलाई जा रही है। यह बसों के गियर लीवर के साथ बॉडी की भी जांच करेगी।

एहतियात
ड्राइवर-कंडक्टर और यात्रियों की सुरक्षा जरूरी

रोडवेज एमडी रणवीर चौहान ने बताया कि बसों का संचालन रोकने को लेकर परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने सहमति दे दी है। उन्होंने कहा कि मंत्री को बताया गया था कि यात्रियों और ड्राइवर-कंडक्टर की सुरक्षा को देखते हुए इन बसों का संचालन करवाना ठीक नहीं है। अभी नई बसों को रूट पर उतरे एक महीना भी नहीं हुआ और तीन बसों के गियर लीवर टूट गए। ऐसी घटनाएं बेहद गंभीर हैं। कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है, इसलिए बसों की जांच जरूरी है।


सख्त रुख
मानकों पर खरा उतरने के बाद ही भुगतान होगा

रोडवेज एमडी रणवीर चौहान ने बताया कि सभी बसों की तीन साल की गारंटी है। एक बस की कीमत 24 लाख है। अभी कंपनी 
को भुगतान नहीं किया गया है। नई बसों के मानकों पर खरा उतरने पर ही कंपनी को भुगतान किया जाएगा। इसकी जानकारी कंपनी को भी दे दी गई है। कंपनी से जो नए गियर लीवर भेजे जा रहे हैं, उनकी भी जांच की जाएगी। थर्ड पार्टी जांच तक सभी बसें रोडवेज वर्कशॉप में खड़ी रहेंगी।


 

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