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पूर्व सैनिक ने पलायन से खाली गांव को खेती से किया आबाद,पुश्तैनी जमीन पर बागवानी व नगदी फसलों का किया उत्पादन

ग्रामीण क्षेत्रों से रोजगार समेत अन्य कारणों से शहरों की ओर पलायन करने वालों को थौलधार ब्लॉक के धसांण गांव निवासी पूर्व सैनिक उत्तम सिंह पंवार ने आईना दिखाया है। उत्तम सिंह पंवार ने पलायन से लगभग...

पूर्व सैनिक ने पलायन से खाली गांव को खेती से किया आबाद,पुश्तैनी जमीन पर बागवानी व नगदी फसलों का किया उत्पादन
लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई टिहरी Sat, 20 Oct 2018 01:43 PM
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ग्रामीण क्षेत्रों से रोजगार समेत अन्य कारणों से शहरों की ओर पलायन करने वालों को थौलधार ब्लॉक के धसांण गांव निवासी पूर्व सैनिक उत्तम सिंह पंवार ने आईना दिखाया है। उत्तम सिंह पंवार ने पलायन से लगभग खाली हो चुके गांव को खेती से आबाद किया है। अपनी पुश्तैनी जमीन पर उत्तम सिंह कीवी, अनार, अमरूद समेत कई नगदी फसलों का उत्पादन कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। थौलधार ब्लॉक की ग्राम पंचायत बोरगांव अंतर्गत धसांण गांव निवासी 75 वर्षीय उत्तम सिंह पंवार भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं। सेना में 15 साल की सेवा करने वाले उत्तम सिंह वर्ष 1980 में सेना से नायक के पद से सेवानिवृत्त हुए। सैन्य सेवा के दौरान जब भी उत्तम सिंह छुट्टी पर आते थे, तो शौकिया तौर पर खेतीबाड़ी से जुड़े काम करते थे। अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों से मुक्त होने के बाद वर्ष 2005 से अपना पूरा समय खेती के काम को दे रहे हैं। उनके गांव से कई परिवार मैदानी क्षेत्रों को पलायन कर चुके हैं। लेकिन आर्थिक रूप से मजबूत होने के बाद भी उत्तम सिंह ने गांव नहीं छोड़ा। बल्कि अपनी पुश्तैनी जमीन पर विदेशी फल कीवी के साथ संतरा, आम, अमरूद, अनार, पूलम, माल्टा आदि की बागवानी शुरू की। साथ ही लौकी, शिमला मिर्च, बैंगन, खीरा आदि नगदी फसलों का भी उत्पादन शुरू किया। आज पलायन की मार से उत्तम सिंह का गांव लगभग खाली हो चुका है। लेकिन उत्तम सिंह की मेहनत का नतीजा है कि गांव आज उनकी खेती के दम पर आबाद है। उत्तम सिंह की 65 वर्षीय पत्नी सुशीला पंवार भी खेती के काम में उनका पूरा सहयोग करती हैं। अपने उत्पादों को रत्नौगाड़ बाजार में बेचकर उत्तम सिंह अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। पूर्व सैनिक उत्तम सिंह का कहना है कि आज आर्थिक रूप से सशक्त होने के बाद हर कोई बड़े शहरों की ओर पलायन कर रहा है। जबकि शहरों से अच्छी जलवायु गांव में है। 

प्रतिदिन तीन किमी पैदल दूरी तयकर बेचते हैं उत्पाद : पूर्व सैनिक उत्तम सिंह पंवार 75 वर्ष की उम्र में भी पहाड़ी पर बसे अपने गांव से प्रतिदिन तीन किमी की पैदल दूरी तय कर स्थानीय बाजार में अपने उत्पाद बेचते हैं। बकौल उत्तम सिंह पर्वतीय क्षेत्रों में कई काश्तकार बागवानी व नगदी फसलों का अच्छा उत्पादन कर रहे हैं। लेकिन उत्पादों की बिक्री के लिए मण्डी नहीं होने के कारण उन्हें फसल का अच्छा दाम नहीं मिल पाता है।सरकार को काश्तकारों की मदद करनी चाहिए। 

 
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