गांव की सरकार चुननी है तो वोटर लिस्ट में दर्ज करवाएं नाम
यदि अपने गांव की सरकार चुननी है तो पंचायत मतदाता सूची में अपना नाम जरूर दर्ज करवा लें। इन दिनों मतदाता सूची तैयार करने का काम चल रहा है, इसके लिए बीएलओ आपके घर आएंगे और यह काम 12 मई तक पूरा किया...
यदि अपने गांव की सरकार चुननी है तो पंचायत मतदाता सूची में अपना नाम जरूर दर्ज करवा लें। इन दिनों मतदाता सूची तैयार करने का काम चल रहा है, इसके लिए बीएलओ आपके घर आएंगे और यह काम 12 मई तक पूरा किया जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग 23 अप्रैल से मतदाता सूची बनाने के लिए सर्वे प्रारंभ कर चुका है। इसके लिए सभी पंचायतों में बीएलओ नियुक्त हो चुके हैं। बीएलओ 12 मई तक सर्वे पूरा करेंगे। इसलिए यदि आप पंचायत क्षेत्र में रहते हैं तो वोटर लिस्ट में अपना नाम जरूर दर्ज करवा लें। बीते नगर निकाय चुनाव में बड़ी संख्या में लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब होने की शिकायत आई थी। इसलिए यदि आप दोपहर के वक्त घर पर नहीं रहते हैं तो खुद ही अपने बीएलओ से संपर्क कर नाम दर्ज करा सकते हैं। इस बार की वोटर लिस्ट एक जनवरी 2019 को आधार मानकर बन रही है, यानी इस तिथि तक 18 की उम्र पूरी करने वाले सभी युवाओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज किए जाएंगे।
ग्राम प्रधान के लिए 40 सिंबल निर्धारित
राज्य निर्वाचन आयोग ने ग्राम प्रधान और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव के 40-40 सिंबल तय किए हैं। ग्राम पंचायत सदस्य के लिए 18 और क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 36, जबकि उपप्रधान के लिए 10 सिंबल तय किए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग पहले ही करीब ढाई करोड़ बैलेट पेपर प्रकाशित करने का आदेश रुड़की के सरकारी प्रेस को दे चुका है। पंचायत चुनाव में एक मतदाता को पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान के साथ ही क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य चुनने के लिए चार-चार बैलेट पेपर मिलते हैं। पंचायत बैलेट पेपर में प्रत्याशी का नाम भी नहीं होता, इसलिए आयोग अग्रिम तौर पर बैलेट पेपर प्रकाशित करवाने जा रहा है। बता दें कि राज्य में जुलाई मध्य में पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
कार्यक्रम की रूपरेखा
- 12 मई तक मतदाता पंजीकरण के लिए उत्तराखंड में घर-घर किया जाएगा सर्वे
- 20 जून को प्रारंभिक वोटर लिस्ट का किया जाएगा प्रकाशन
- 27 जून से एक जुलाई के बीच मतदाता सूची को लेकर दावे और आपत्तियां मांगी जाएंगी
- 12 जुलाई को वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन होगा
ग्राम पंचायतों की संख्या: 7491
क्षेत्र पंचायतों की संख्या: 2928
जिला पंचायतों की संख्या: 357