आसमान से हो रही बारिश फिर भी जलसंकट, पीने के पानी को लेकर विवाद पहुंचा थाने
लोगों को मजबूरन प्राकृतिक जलस्त्रत्तेतों का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं, क्षेत्र के भंडरगांव के ग्रामीणों में पाइपलाइन तोड़ने से आक्रोश पैदा हो गया। लोगों पर पानी की लाइन पर छेड़ाखानी का आरोप लगाया।
पीने के पानी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस बार शनिवार को द्वाराहाट के बग्वालीपोखर क्षेत्र के भंडरगांव के ग्रामीण आपस में ही भिड़ गए। मामला द्वाराहाट थाने तक पहुंच गया। पुलिस ने बमुश्किल दोनों पक्षों के बीच सुलह कराई।
बग्वालीपोखर क्षेत्र के बासुलीसेरा, गोफा, सकुनी, मेलटा, उडगल, खूनापंत, भंडरगांव, चपड़ास्थान, बग्वालीपोखर आदि गांवों में पानी की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो रही है। इससे ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों में जल संस्थान के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है।
लोगों को मजबूरन प्राकृतिक जलस्त्रत्तेतों का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं, क्षेत्र के भंडरगांव के ग्रामीणों में पाइपलाइन तोड़ने से आक्रोश पैदा हो गया। ग्रामीणों ने कुछ लोगों पर पानी की लाइन पर छेड़ाखानी करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि पानी की लाइन तोड़ने से कुछ ही लोगों को पानी मिल पा रहा है।
अन्य को बाल्टी भर पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। इसे लेकर दोनों क्षेत्र के ग्रामीणों की आपस में कहासुनी हो गई। मामला बढ़ने पर ग्रामीण बग्वालीपोखर स्थित चौकी आ धमके, पर वहां भी मामला शांत नहीं हो पाया। इसके बाद ग्रामीण द्वाराहाट थाने पहुंचे। थाने में पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों में समझौता हुआ।
जल जीवन मिशन के कार्यों की जांच की मांग
ग्रामीणों ने जल जीवन मिशन के तहत हुए कार्यों की जांच करने की मांग की है। ग्राम प्रधान मेलटा प्रमोद जोशी का कहना है कि बिना डीपीआर के ही लाइन बिछाई गई है। सकुनी ग्राम प्रधान लता विष्ट, पनेरगांव ग्राम प्रधान हेमा जोशी, भंडरगांव ग्राम प्रधान दीपिका भंडारी, हुकुम सिंह भंडारी, देवेंद्र भंडारी, सुरेंद्र सिंह, प्रकाश भंडारी, गिरीश जोशी, बलवीर भंडारी, मोहन भंडारी आदि ने लाइन में छेड़खानी करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
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