राहुल गांधी की बढ़ सकती हैं टेंशन, उत्तराखंड में इस मामले पर मानहानि का केस दर्ज
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें कुछ होते हुए नहीं दिखाई दे रहीं है। राहुल की संसद सदस्यता होने बाद अब उत्तराखंड में भी उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें कुछ होते हुए नहीं दिखाई दे रहीं है। राहुल की संसद सदस्यता होने बाद अब उत्तराखंड में भी उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में राहुल गांधी की टेंशन बढ़ सकतीं हैं।उत्तराखंड में राहुल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
आरएसएस पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में राहुल गांधी पर मानहानि का केस दायर किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय शिव सिंह ने मामले को प्रकीर्ण वाद के रूप में दर्ज कर अग्रिम सुनवाई के लिए 12 अप्रैल 2023 मुकर्रर की है। दायर वाद में शिकायतकर्ता कमल भदौरिया ने कहा कि आरएसएस से देशवासियों की भावनाएं जुड़ी है। इसके बावजूद राहुल गांधी ने 9 जनवरी 2023 में कुरुक्षेत्र अंबाला में आयोजित सभा में आरएसएस के प्रति अभद्र टिप्पणी की।
अडाणी मामले में बोलने पर खत्म की राहुल की सदस्यता : पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्तचरण दास
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्तचरण दास ने कहा है कि संसद में अडाणी मामला उठाने पर आनन-फानन में राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त की गई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विपक्षी दलों का मुंह बंद करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में भक्त चरण दास ने कहा कि राहुल गांधी लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए सत्याग्रह कर रहे हैं।

इसी सच को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने उनकी संसद की सदस्यता समाप्त की है। दास ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं पर हावी हो रही है। लोगों से बोलने की आजादी छीनी जा रही है। इसकी शुरुआत भाजपा के अंदर वरिष्ठ नेताओं का मुंह बंद किए जाने के साथ हुई।
अब विपक्ष का भी मुंह बंद किया जा रहा है। विपक्षी नेताओं के खिलाफ सीबीआई, ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने गत सात फरवरी को संसद में अडाणी मामला उठाया था। इसके बाद अचानक कोर्ट केस में तेजी आई, देखते ही देखते उनकी संसद की सदस्यता समाप्त करते हुए, आवास भी खाली कराने का नोटिस दे दिया गया।
कोई सवाल न पूछे, इसलिए आवाज दबा रही भाजपा
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भाजपा पर विभिन्न संगठनों का दुरुपयोग और लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कोई सरकार से सवाल न पूछे, इसके लिए आवाज दबाने का काम किया जा रहा है। मीडिया में जारी बयान में यशपाल आर्य ने कहा कि कोर्ट के फैसले के 24 घंटे के भीतर और अपील प्रक्रिया में होने के बावजूद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद करना निर्ममता से ओतप्रोत राजनीति है।
यह देश के लोकतंत्र के लिए अशुभ संकेत हैं। राहुल गांधी ने विदेश में कहा कि, प्रजातंत्र कमजोर हो रहा है और इसका उदाहरण भारत में भी देखने को मिल रहा है। उनका ये कथन सही साबित हो रहा है। आर्य ने कहा कि जब कोर्ट की प्रक्रिया चल रही है और संविधान कहता है कि किसी भी व्यक्ति को अपील करने का अवसर मिलना चाहिए, तो सदस्यता रद करने की इतनी जल्दबाजी क्यों की गई। अदालत ने फैसला दिया और दो साल की सजा सुनाई।
उसमें राहुल गांधी को जमानत भी मिली, अपील करने को एक माह का वक्त भी दिया गया। फिर भी लोकसभा सदस्यता रद कर दी गई। आर्य ने कहा कि भाजपा अपनी गलत नीतियों की वजह से देश में अपने विरोधियों की आवाज दबाने लगी है। महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी पर केंद्र सरकार मौन धारण किए हुए है।