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बंद पड़े प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों की तनख्वाह कटी,30 से 50 फीसदी तक कटौती 

राज्य के निजी स्कूलों में कई निजी स्कूलों ने शिक्षकों की तनख्वाह में 30 से 50 फीसदी तक कटौती कर दी। फीस न मिलने को आधार बनाते हुए प्राइवेट स्कूल प्रबंधन ने यह कदम उठाया है। शिक्षकों को आश्वासन दिया...

बंद पड़े प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों की तनख्वाह कटी,30 से 50 फीसदी तक कटौती 
हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनFri, 28 Aug 2020 01:26 PM
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राज्य के निजी स्कूलों में कई निजी स्कूलों ने शिक्षकों की तनख्वाह में 30 से 50 फीसदी तक कटौती कर दी। फीस न मिलने को आधार बनाते हुए प्राइवेट स्कूल प्रबंधन ने यह कदम उठाया है। शिक्षकों को आश्वासन दिया जा रहा है कि भविष्य में हालात सामान्य होने पर उनका लंबित वेतन चुका दिया जाएगा। हालांकि कुछ प्राइवेट स्कूल पूरे वेतन का भुगतान कर रहे हैं।

वेतन में कटौती की वजह से शिक्षक मुश्किल में पड़़ गए हैं। पूरी तरह से तनख्वाह पर निर्भर शिक्षकों के सामने खासकर अपने परिवार के भरणपोषण का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। दून में भी कई स्कूलों में शिक्षक परेशान हैं। बंजारावाला निवासी एक शिक्षक ने पहचान छिपाते हुए बताया कि अप्रैल के महीने से 30 फीसदी वेतन कटौती हो चुकी है।  

कोरोना की वजह से विकल्प भी खत्म हो चुके हैं। कहीं दूसरी जगह नौकरी की उम्मीद ही नहीं है। इसलिए मजबूरी में काम करना पड़ रहा है। उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द हालात ठीक हो। पौड़ी, टिहरी, रुड़की में भी तमाम तमाम स्कूलों में यही हालात है। टिहरी में सेंट ऐन्थोनी पब्लिक स्कूल के प्रबंधक गौतम बिष्ट ने बताया कि आपातकाल होने की वजह से वेतन में कटौती की गई है।  

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रुड़की में भी शिक्षकों का वेतन कई जगह आधा तक कर दिया गया है। बंजारावाला निवासी एक निजी स्कूल के शिक्षक का कहना है कि मेरा वेतन 30 फीसदी तक कटने लगा है। घर की, एक्टिवा की बैंक किस्तें भी जानी है और घर के दूसरे बाकी खर्च भी। स्कूल प्रबंधन कहता है कि फीस नहीं मिल रही, तो वेतन कहां से दें। 

प्राइवेट स्कूलों ने वेतन में कटौती की है और मजबूरी में किया गया है। कोरेाना की वजह से अभिभावक फीस का भुगतान नहीं कर रहे हैं। बामुश्किल 20 से 30 फीसदी फीस ही आ रही है। इसलिए वेतन में कटौती करनी पड़ी है। भविष्य में हालात सामान्य होने सभी शिक्षकों का पूरा भुगतान किया जाएगा। वर्तमान में मिनिस्ट्रियल स्टॉफ का पूरा वेतन दिया जा रहा है। कोरोना से अप्रभावित अभिभावकों से फीस दिलाने की व्यवस्था के लिए जल्द सीएम से भी मिला जाएगा।
प्रेम कश्यप, अध्यक्ष-पीपीएसए  

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