नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाने में सफल होगी प्रधानमंत्री की पहल : श्रीमहंत रविंद्र पुरी
निरंजनी अखाड़ा श्रीपंचायती के सचिव और मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने पीएम की अपील को कोरोना संक्रमण को रोकने व नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाने में सफल बताया है। कहा यह...
निरंजनी अखाड़ा श्रीपंचायती के सचिव और मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने पीएम की अपील को कोरोना संक्रमण को रोकने व नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाने में सफल बताया है। कहा यह पहल कोरोना से जंग लड़ने में लोगों को नई ऊर्जा प्रदान कर उन्हें लॉक डाउन के अवसाद से बाहर निकालेगा। कहा कि दीये जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर भाग जाती है। उधर अखाड़े की ओर से शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने 5100 लोगों को दीये, बत्ती, सरसो का तेल और गुलाब के फूल दिए। बाद लोगों ने अपने घरों में दीये जलाये।
प्रधानमंत्री की दीये, मोमबती, टार्च जलाने की अपील के बाद शहरी विकास मंत्री ने निरंजनी अखाड़ा श्रीपंचायती में पहुंचकर दीये बांटे। इस मौके पर श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि जो व्यक्ति नियमित रूप से सुबह और शाम अपने घर मंदिर में, मुख्य द्वार पर, देवी-देवताओं के समक्ष दीपक जलाते हैं। उनके घरों में किसी भी चीज की कमी नहीं होती है।
कहा कि यदि हम बुजुर्गों की बात माने तो दीपक जलाने से घर में सुख समृद्धि का वास होता है। इसका वैज्ञानिक कारण भी है। कहा कि आप अपने घर में देसी घी या सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं तो इसके धुएं से घर में नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। इसके साथ ही घर में सात्विकता आती है और घर में मौजूद वैक्टीरिया भी समाप्त हो जाते हैं।
श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने बताया कि दीप जलाने से पहले शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा। शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोऽस्तु ते।। दीपो ज्योति परं ब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन:। दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोऽस्तु ते।। मंत्र का उच्चारण करें। इस मौके पर महंत राम रतन गिरी, महंत मनीष भारती, महंत राधे गिरी, महंत नरेश गिरी, प्रदीश शर्मा, अनिल शर्मा, राज गिरी, अमृत गिरी, धनंजय गिरी, टीना, संदीप अग्रवाल आदि लौग मौजूद रहे।
दीपक जलाने से हवा हल्की और साफ होगी
श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि दीपक जलाने से नमी भी बढ़ती है। अधिक संख्या में जलाने पर वातावरण का तापमान बढ़ता है। दोनों स्थितियां कोरोना से लड़ने के लिए मुफीद हैं। चूंकि इस बार मार्च-अप्रैल का औसत तापमान कमोबेश अक्टूबर जैसा ही है, जैसा कि दिवाली के समय रहता है, इसलिए हवा भारी है। दीपक जलाने से वह हल्की और साफ होगी।