पीठासीन अधिकारी को क्यों बंधक बनाया गया ? देखें VIDEO
सहसपुर ब्लॉक के बिलासपुर कांडली में मतदान पेटी सील करने के समय एक ही उम्मीदवार के एजेंट को बुलाये जाने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार शाम ग्रामीणों ने खूब हंगामा किया। ग्रामीणों ने काफी देर तक पीठासीन...
सहसपुर ब्लॉक के बिलासपुर कांडली में मतदान पेटी सील करने के समय एक ही उम्मीदवार के एजेंट को बुलाये जाने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार शाम ग्रामीणों ने खूब हंगामा किया। ग्रामीणों ने काफी देर तक पीठासीन अधिकारी को बंधक बनाए रखा। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर पीठासीन अधिकारी को छुड़ाया। शुक्रवार को सहसपुर ब्लॉक के बिलासपुर काण्डली मतदान केंद्र पर शाम साढ़े सात बजे तक मतदान हुआ। ग्रामीणों का आरोप है कि पीठासीन अधिकारी ने मतदान के बाद एक उम्मीदवार को फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझ के अन्य उम्मीदवारों के एजेंट को मतदान पेटी सील करने के लिए नहीं बुलाया। इस बात पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई। लेकिन इस दौरान मतदान कर्मी पेटियों को बस में रखकर चलने लगे। आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर पीठासीन अधिकारी को बंधक बना लिया। जबकि अन्य कर्मी मतदान पेटी लेकर एसजीआरआर इंटर कॉलेज सहसपुर चले गए। मौके पर पुलिस ने हंगामे को शांत करने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण पीठासीन अधिकारी को छोड़ने को तैयार नहीं हुए। बाद में लोगों को समझा कर अधिकारी को छुड़ाया।
जिलाधिकारी आवास पहुंचकर ज्ञापन सौंपा
ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव अधिकारी डीएम सी रविशंकर को उनके आवास पर पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। बूथ एजेंट प्रज्ज्वल ने बताया कि बिलासपुर काण्डली में दोबारा मतदान कराए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों का हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन डीएम को सौंपा गया।
बिलासपुर कांडली में पीठासीन अधिकारी को बंधक बनाए जाने की सूचना मिली थी। मौके पर ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया और पीठासीन अधिकारी को छुड़ाया गया।
नदीम अतहर, इंस्पेक्टर कैंट