उत्तराखंड में बढ़ती गर्मी में बिजली कटौती ने छुड़ाए पसीने, हरिद्वार-रुड़की, हल्द्वानी में इतने घंटे पावर कट
गर्मी बढ़ते ही उत्तराखंड के मैदानी जिलों में बिजली अघोषित बिजली कटौती शुरू हो गई। हल्द्वानी में अलग अलग क्षेत्रों में सात-सात घंटे तक बिजली की कटौती की जा रही है। बिजली कटौती से लोग परेशान हैं।

गर्मी बढ़ते ही उत्तराखंड के मैदानी जिलों में बिजली अघोषित बिजली कटौती शुरू हो गई। हल्द्वानी में अलग अलग क्षेत्रों में सात-सात घंटे तक बिजली की कटौती की जा रही है। तो, हरिद्वार और रुड़की में भी एक से दो घंटे तक बिजली की कटौती शुरू हो चुकी है। हालांकि बिजली अधिकारी इसके लिए लाइन मेंटिनेंस को वजह बता रहे हैं।
वर्तमान में प्रदेश में मांग और उपल्ब्धता में करीब 4.54 लाख मिलियन यूनिट का अंतर आ चुका है। इस कमी को पाटने के लिए बिजली कटौती की जा रही है। राज्य के अपने उत्पादन और विभिन्न स्रोतों से मिलने वाली बिजली केवल 48.03 मिलियन यूनिट है। जबकि राज्य में इस वक्त मांग 52.57 मिलियन यूनिट तक पहुंच चुकी है।
बिजली की कमी के कारण शनिवार को ग्रामीण क्षेत्रों समेत छोटे शहरों, फर्नेश इंडस्ट्री में बिजली कटौती हो सकती है। खासतौर पर शाम छह बजे से लेकर सुबह छह बजे के बीच कटौती अलग अलग टुकड़ों में हो सकती है। बिजली कटौती की वजह से लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सात घंटे तक बिजली गुल: हल्द्वानी में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से रोजाना सात-सात घंटे तक बिजली की कटौती हो रही है। इस कटौती की वजह से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली अधिकारी इसे लाइन मेंटिनेंस के कारण की जा रही कटौती बता रहे हैं। एसई-यूपीसीएल नवीन मिश्रा का कहना है कि लाइन मेंटिनेंस का काम चल रहा है। मरम्मत के दौरान सुरक्षा के लिहाज से शट डाउन लेना पड़ता है।
टनकपुर में एक घंटे गुल रही बिजली: चंपावत के मैदानी क्षेत्र टनकपुर बनबसा में शुक्रवार को करीब एक घंटे बिजली आपूर्ति ठप रही। इसका कारण लोहिया हेड मुख्य लाइन में मरम्मत का काम रहा। वहीं शुक्रवार को बागेश्वर के मुनार गांव में ट्रांसफार्मर खराब होने से आपूर्ति ठप रही। यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार ने बताया कि मांग बढ़ने के कारण बिजली की उपलब्धता में कुछ कमी आई है। राज्य के लोगों को पर्याप्त बिजली मुहैया कराने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
ग्रामीण इलाकों में रोज एक-एक घंटे कटौती
शहरी क्षेत्र में बिजली की कटौती नहीं हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र में पिछले पांच दिन से सुबह और शाम दोनो समय एक-एक घंटे की बिजली कटौती की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में पांच दिन पहले तक सिर्फ शाम के समय एक घंटा बिजली की कटौती की जा रही थी। हालांकि शहरी क्षेत्र में भी फॉल्ट आने और अन्य मेन्टिनेंस के कार्यो को लेकर दिन में कई दफा बिजली गुल कर दी जाती है। औद्योगिक क्षेत्र में भी बिजली की कटौती नहीं हो रही है।
दिन में कई बार अघोषित कटौती
गुरुवार रात रुड़की में करीब डेढ़ घंटे बिजली गुल रही। शुक्रवार दोपहर अलग-अलग समय में करीब दो घंटे बिजली गुल रही। फॉल्ट आने से कभी आधे घंटे तो कभी बीस मिनट तक बिजली जाती रही। देहात में रात के समय करीब तीन घंटे बिजली गुल रही। औद्योगिक क्षेत्र में दिन में करीब एक घंटे बिजली गुल रही। यह कटौती एक साथ नहीं हुई। कभी दस मिनट तो कभी बीस मिनट के लिए बिजली जाती रही।