नियमों की वजह से नहीं मिला ‘आयुष्मान’ का लाभ
गरीब मरीज आयुष्मान योजना के तहत बनाए गए नियमों के जंजाल में फंसकर रह जा रहे हैं। नियमों की दुहाई देते हुए निजी अस्पताल योजना का लाभ देने से इनकार कर दे रहे हैं। ऐसा ही मामला सहारनपुर चौक स्थित...
गरीब मरीज आयुष्मान योजना के तहत बनाए गए नियमों के जंजाल में फंसकर रह जा रहे हैं। नियमों की दुहाई देते हुए निजी अस्पताल योजना का लाभ देने से इनकार कर दे रहे हैं। ऐसा ही मामला सहारनपुर चौक स्थित प्रेमसुख अस्पताल में सामने आया है। अंबीवाला टी एस्टेट निवासी प्रवीण टेंट लगाने की मजदूरी करते हैं। विगत 7 मई को लकड़ी के चूल्हे पर उनकी पत्नी गुड़िया खाना बनाते समय झुलस गई। उसके दोनों पैर और एक हाथ बुरी तरह झुलस गया। कोरोनेशन अस्पताल से उसे रेफर कर दिया गया।
परिजन उसे प्रेमसुख अस्पताल लाए। वहां आयुष्मान योजना का कार्ड चल गया। कुछ दिन मरीज ने छुट्टी ले ली और फिर कुछ दिन बाद दोबारा भर्ती हुआ तो योजना का लाभ देने से अस्पताल ने मना कर दिया। अस्पताल का कहना था कि सरकारी असपताल से रेफर कराकर लाना होगा। कोरोनेशन अस्पताल ने दोबारा रेफर करने से इनकार कर दिया। 15 दिन में अस्पताल का हजारों रुपये का बिल हो गया है। इसे वह जमा नहीं कर पा रहे हैं। नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति नाम की संस्था की ओर से सोशल मीडिया पर उनकी मदद को मैसेज प्रसारित किया जा रहा है। सीएमओ डा. एसके गुप्ता का कहना है कि कार्ड होने के बावजूद आयुष्मान के तहत इलाज क्यों नहीं मिल पा रहा है। इसकी जांच कराई जाएगी।
इमरजेंसी को छोड़कर मरीज जितनी बार अस्पताल आएगा, नियमों के मुताबिक उसे सरकारी अस्पताल से रेफर होकर आना होगा। फिर भी गुड़िया के केस में आयुष्मान योजना के अफसरों को अवगत कराया है। उम्मीद है उसे मदद मिल जाएगी।
डा. आशुतोष, एमडी, प्रेमसुख अस्पताल