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नामी नेता भी परिजनों को नहीं जिता पाए

निकाय चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के कई दिग्गज अपने परिजनों की जीत की राह आसान नहीं बना पाए। टिहरी में जहां पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण की पत्नी अंबिका चुनाव हार गईं, वहीं कोटद्वार में विधायक दिलीप...

नामी नेता भी परिजनों को नहीं जिता पाए
लाइव हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनWed, 21 Nov 2018 05:14 PM
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निकाय चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के कई दिग्गज अपने परिजनों की जीत की राह आसान नहीं बना पाए। टिहरी में जहां पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण की पत्नी अंबिका चुनाव हार गईं, वहीं कोटद्वार में विधायक दिलीप रावत की पत्नी को भी शिकस्त का मुंह देखना पड़ा।  टिहरी में नगर पालिका अध्यक्ष पद पर दोनों राष्ट्रीय दलों के लिए शर्मनाक स्थिति रही। यहां टॉप थ्री में निर्दलीय प्रत्याशी रहे। भाजपा प्रत्याशी चौथे और कांग्रेस प्रत्याशी पांचवे स्थान पर रही। पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण की पत्नी अंबिका सजवाण 1283 वोट लेकर पांचवे स्थान पर रही। जबकि पूर्व में वो स्वयं जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। ये नतीजे पूर्व मंत्री सजवाण के लिए बड़ा झटका है। कोटद्वार में लैंसडौन विधायक दिलीप रावत की पत्नी नीतू और पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी की पत्नी हेमलता नेगी के बीच मुकाबला कांग्रेस के नाम रहा। हेमलता ने नीतू को 1568 वोटों से पराजित किया। ऋषिकेश में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष दीप शर्मा स्वयं तो चुनाव हार ही गए। मेयर पद पर उनकी पत्नी बीना दीप शर्मा भी भाजपा प्रत्याशी अनीता ममगाईं से पीछे चल रही हैं। ऋषिकेश में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ज्योति सजवाण की पत्नी भी पीछे चल रही हैं। हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के पुत्र सुमित भी भाजपा प्रत्याशी जोगेंद्र सिंह रौतेला से हार गए। इसे हृदयेश के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। 

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