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हिंदी न्यूज़ उत्तराखंडभारत-चीन व नेपाल बॉर्डर पर उत्तराखंड में पलायन पर प्रहार को प्लान, बजट में 300 गांवों में पर्यटन विकास पर फोकस

भारत-चीन व नेपाल बॉर्डर पर उत्तराखंड में पलायन पर प्रहार को प्लान, बजट में 300 गांवों में पर्यटन विकास पर फोकस

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट पेश किया है। केन्द्रीय बजट में सीमांत पिथौरागढ़ के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बजट का प्राविधान किया है। भारत चीन-नेपाल बॉर्डर पर विकास की उम्मीद है।

भारत-चीन व नेपाल बॉर्डर पर उत्तराखंड में पलायन पर प्रहार को प्लान, बजट में 300 गांवों में पर्यटन विकास पर फोकस
Himanshu Kumar Lallपिथौरागढ़, वरिष्ठ संवाददाता।Wed, 01 Feb 2023 08:22 PM

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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट पेश किया है। केन्द्रीय बजट में सीमांत पिथौरागढ़ के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बजट का प्राविधान किया गया है। भारत चीन-नेपाल बॉर्डर पर विकास की उम्मीद जगी है। इससे सीमांत जनपद में 329 गांवों के 1 लाख 54 हजार से अधिक लोगों को लाभ मिलने की उम्मीद है। इससे स्थानीय सीमांत के गांवों से पलायन भी कम करने में मदद मिलेगी।

केन्द्रीय बजट में सीमांत के पर्यटन को बढ़ावा देने की व्यवस्था की जानकारी मिलने से सीमांत के पर्यटन कारोबारी उत्साहित हैं। जनपद में भारत नेपाल व चीन सीमा से मूनाकोट, कनालीछीना, धारचूला, मुनस्यारी के 300 से अधिक गांव लगे हुए हैं। इन गांवों में एक लाख 54 हजार से अधिक की आबादी रहती है।

नेपाल सीमा से लगे मूनाकोट में 46 ग्राम पंचायतों में 46 हजार से अधिक लोगों को इसका लाभ मिलेगा। मुनस्यारी में 99 गांवों में 35 हजार से अधिक लोगों को पर्यटन कारोबार बढ़ने से रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। चीन सीमा से सटे धारचूला के 92 गांवों में 41 हजार से अधिक लोगों के लिए पर्यटन विकास से स्वरोजगार की नई राह खुल सकती है।

इस तरह कनालीछीना में 80 से अधिक गांवों की 40 हजार से अधिक की जनसंख्या को भी इसका लाभ मिलने की उम्मीद है। सीमांत के गांवों में पर्यटन विकास के लिए बजट में प्राविधान होने से इन गांवों को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए लिंक मार्गों के साथ नए ट्रैक भी बनाए जाएंगे।

होम स्टे, होटल व पर्यटन गतिविधियों से जुड़े कारोबार को भी प्रोत्साहित करने की व्यवस्था से सीमांत के युवाओं को घर पर ही रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। सीमांत के कई क्षेत्रों में नए पर्यटन केन्द्रों का भी विकास होने की उम्मीद बढ़ी है। पर्यटन कारोबार को प्रोत्साहित करने के लिए आधारभूत सुविधाओं के विस्तार से वर्षों से उपेक्षित सीमांत के सुदूर गांवों तक आर्थिकी का नया मॉडल खड़ा हो सकता है। 

एक लाख 50 हजार से अधिक आते हैं सीमांत में हर साल पर्यटक
मुनस्यारी, चौकोड़ी, आदि कैलास, ओम पर्वत के साथ सीमांत क्षेत्र में वर्ष 2022 में एक लाख 50 हजार से अधिक पर्यटक आए थे। कोरोना काल में पर्यटन कारोबार चौपट हो जाने के कारण यहां कारोबारियों को काफी नुकसान हुआ था। अब उम्मीद है कि सीमांत में पर्यटन कारोबार के लिए बजट की व्यवस्था करने से आधारभूत सुविधाएं बेहतर होंगी।

पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। केन्द्रीय बजट में सीमांत के पर्यटन को बढ़ावा देने की व्यवस्था के बाद यहां आधारभूत सुविधाएं बढ़ेगी। इससे साल भर यहां पर्यटन कारोबार चलेगा।
केदार सिंह, प्रबंधक, केएमवीएन, मुनस्यारी।