राज्य में आग से धधक रहे जंगल और पीसीसीएफ चले लंदन
उत्तराखंड के जंगल आग से भयंकर रूप से धधक रहे हैं और वन मुखिया जयराज 12 दिन के लिए विदेश की सैर पर रवाना हो गए हैं। फायर सीजन में कर्मचारियों की छुट्टियों पर पूर्ण प्रतिबंध है, लेकिन अफसरों को पूरी...
उत्तराखंड के जंगल आग से भयंकर रूप से धधक रहे हैं और वन मुखिया जयराज 12 दिन के लिए विदेश की सैर पर रवाना हो गए हैं। फायर सीजन में कर्मचारियों की छुट्टियों पर पूर्ण प्रतिबंध है, लेकिन अफसरों को पूरी तरह से छूट है। पीसीसीएफ जयराज 14 से 26 मई तक लंदन के लिए रवाना हो गए हैं। वहां वे वाइल्ड लाइफ को लेकर होने वाली ट्रेनिंग में हिस्सा लेंगे। खास बात यह है जिन इलाकों में आग से सबसे ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है, वहां के फील्ड अफसर भी विदेश यात्रा पर चल पड़े हैं। ऐसे मौके पर विभागीय अफसरों के विदेश दौरे को लेकर महकमे में कई चर्चाएं तैर रही हैं, वहीं वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत भी इससे नाराज हैं। डा. हरक को मंगलवार को ही पीसीसीएफ जयराज के विदेश जाने का पता चला। उन्होंने विभागीय मंत्री से एनओसी भी नहीं ली। डा. रावत ने बताया कि उन्होंने तीन अफसरों को ही एनओसी दी थी। इनमें सीसीएफ कुमाऊं डॉ. विवेक पांडेय, सीएफ पराग मधुकर धकाते और डीएफओ नितीश मणि त्रिपाठी शामिल हैं। वन मंत्री के अनुसार विभागीय मंत्री के नाते उनको पीसीसीएफ के दौरे की जानकारी तक नहीं दी गई, जबकि अनुमति की फाइल भी उनके पास आनी चाहिए। वहीं प्रमुख सचिव वन आनंदवर्द्धन का कहना है कि सभी अफसरों के विदेश दौरों के लिए कार्मिक के माध्यम से सीएम से अनुमति ली है।
गुम हुई एम्सटरडम दौरे की जांच रिपोर्ट
पीसीसीएफ जयराज पिछले साल दिसंबर में एम्सटरडम की यात्रा पर गए थे। उन्होंने इसके लिए छुट्टी और परमिशन नहीं ली थी। तत्कालीन एसीएस डॉ.रणवीर सिंह ने इस मामले की जांच की थी। सूत्रों के अनुसार, जांच रिपोर्ट की फाइल वन मंत्री को कार्रवाई को भेजी थी, पर यह फाइल 25 अप्रैल के आस-पास प्रमुख सचिव वन ने वापस मंगवाई। लेकिन आज तक फाइल ना उनके पास पहुंची न ही यह मंत्री के पास है।
जंगल लगातार जल रहे हैं, फायर सीजन में कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त हैं, ऐसे में पीसीसीएफ को अन्य अधिकारियों को भी विदेश जाने से रोकना चाहिए था।
डॉ.हरक सिंह रावत, वन मंत्री