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आखिर नूतन रावत खुद पहुंची विजिलेंस के पास

विजिलेंस के लिए पिछले एक सप्ताह से पहेली बनी नूतन रावत आखिरकार सोमवार को खुद विजिलेंस मुख्यालय पहुंच गई। जहां उससे करीब चार घंटे तक जांच अधिकारी ने पूछताछ की। इस दौरान नूतन ने अपनी दो कंपनियों के...

आखिर नूतन रावत खुद पहुंची विजिलेंस के पास
लाइव हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनTue, 11 Dec 2018 05:36 PM
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विजिलेंस के लिए पिछले एक सप्ताह से पहेली बनी नूतन रावत आखिरकार सोमवार को खुद विजिलेंस मुख्यालय पहुंच गई। जहां उससे करीब चार घंटे तक जांच अधिकारी ने पूछताछ की। इस दौरान नूतन ने अपनी दो कंपनियों के बारे में विजिलेंस को जानकारी दी। उसने बताया कि वह अपने काम के सिलसिले में वीसी से मिलने गई थी। जहां  उसकी मुलाकात रजिस्ट्रार रहते हुए मिश्रा  से हुई। इसके बाद काम के सिलसिले में अक्सर मिश्रा से मुलाकात होती रही। उसने पूछताछ में मिली भगत होने से इंकार किया है। मूल रूप से पौड़ी की रहने वाले नूतन रावत ने विजिलेंस को बताया कि वह दो कंपनियां चलाती है। जिसमें एक से उसने आयुर्वेद विवि में काफी सारे काम किए हैं। इसी के नाम पर फर्जी खाता खुलवाकर लाखों का हेर फेर किया गया। उसने मृत्युंजय मिश्रा से अपनी मिलीभगत से भी इंकार किया। कहा कि डर के कारण वह विजिलेंस से दूरी बनाए हुए थी। उसने मंगलवार को विजिलेंस के सामने अपनी दोनों कंपनियों सारे रिकार्ड रखने की बात कही। उसने बताया कि वह दून में ही थी कहीं भागी या छिपी नहीं थी। डायरेक्टर विजिलेंस रामसिंह मीना ने बताया कि नूतन रावत से पूछताछ की जा रही है और मंगलवार को विवि से दस्तावेज लिए जाएंगे।

फिर नहीं मिली मिश्रा की पत्नी:  विजिलेंस टीम ने सोमवार को भी मिश्रा के घर जाकर उसकी पत्नी श्वेता मिश्रा से पूछताछ करनी चाही। लेकिन सोमवार को भी मिश्रा की पत्नी घर पर नहीं मिली। आशंका जताई जा रही है कि श्वेता पिछले कुछ दिनों से दून से बाहर है। विजिलेंस लगातार उसकी तलाश में है।

मंगलवार को मिलेंगे दस्तावेज: विजिलेंस टीम को दस्तावेज लेने के लिए सोमवार को विवि जाना था। लेकिन अचानक नूतन रावत के आने के चलते जांच अधिकारी उससे पूछताछ में व्यस्त हो गए। जिस कारण वे विवि नहीं जा पाए। बताया जा रहा है कि विवि ने सारे दस्तावेज एकत्र कर लिए हैं जो मंगलवार को विजिलेंस को दिए जा सकते हैं।

अभी आठ आरोपों पर होनी है मिश्रा की जांच
विजिलेंस ने मिश्रा के खिलाफ जो केस बनाया वो वित्तीय अनियमितता और अपनी शक्तियों के दुरुपयोग का है। जबकि शासन ने मिश्रा के खिलाफ जो खुली जांच दी थी उसमें कुछ करीब 14 आरोप थे। जिनमें से पांच पर विजिलेंस जांच कर चुकी है। बाकी आरोपों की जांच इस मामले में सारे साक्ष्य जुटाने के बाद शुरू होगी। जिसमें चकराता डिग्री कालेज में सामान सप्लाई, रिश्तेदार को उपनल से नौकरी दिवालने, खरीद के बदले किराए पर घटिया सामान लेने, डीए-डीए के बिल सहित कई अन्य आरोप हैं।
पड़ताल 
विवि ने तैयार किए मृत्युंजय मिश्रा के रिकार्ड

आयुर्वेद विवि से निलंबित और एक करोड़ से ज्यादा की गड़बड़ी के आरोप में जेल में बंद पूर्व कुलसचिव डॉ. मृत्युंजय मिश्रा से जुड़ा रिकॉर्ड विवि प्रबंधन ने इकट्ठा कर लिया है। विवि के कुलपति प्रोफेसर अभिमन्यु कुमार का कहना है कि सभी फाइलों की लिस्ट बना ली गई है।  बता दें कि कई दिनों से विजिलेंस जांच चल रही है। लेकिन, अभी तक विवि की ओर से विजिलेंस टीम को दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। विवि के कुलपति ने स्पष्ट किया है मिश्रा से जुड़ी फाइलों की लिस्ट तैयार कर ली गई है। जब भी उनसे रिकॉर्ड विजिलेंस द्वारा मांगा जाएगा वह उपलब्ध करा दिया जाएगा।

विश्वविद्यालय की भूमिका पर सवाल
सूत्रों के अनुसार विजिलेंस पिछले करीब एक माह से विवि से मिश्रा पर लगे आरोपों से जुड़े दस्तावेज मांग रही है। लेकिन विवि की ओर से लगातार इसमें देरी की जा रही है। जबकि विवि ने मिश्रा पर लगे आरोपों की 14 बिंदुओं पर जांच की थी, जिसमें उनको दोषी बताते हुए शासन को रिपोर्ट भेजी थी। विजिलेंस सूत्रों का कहना है कि ऐसे में सारे आरोपों से जुड़े दस्तावेज विवि के पास मौजूद होने चाहिए थे। जो कि विवि मांगते ही विजिलेंस को दे सकता था। लेकिन लगातार दस्तावेज देने में देरी विवि की भूमिका पर भी सवाल उठा रहा है। अब विजिलेंस दस्तावेज मिलने के इंतजार में है अगर समय पर और पूरे दस्तावेज नहीं मिलते हैं तो विवि के कई अधिकारी जांच के दायरे में आ सकते हैं।

 

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