राज्य में एनपीआर और जनगणना कब से होगी शुरू, जानिए
उत्तराखंड में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और जनगणना के पहले चरण की शुरुआत एक मई से होगी। जनगणना कर्मचारी सभी आंकड़ों को मोबाइल एप के जरिये दर्ज करेंगे। जनगणना-2021 की तैयारियों को लेकर...
उत्तराखंड में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और जनगणना के पहले चरण की शुरुआत एक मई से होगी। जनगणना कर्मचारी सभी आंकड़ों को मोबाइल एप के जरिये दर्ज करेंगे। जनगणना-2021 की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को सचिवालय में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बैठक की। यहां भारत के महारजिस्ट्रार और जनगणना आयुक्त विवेक जोशी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से भाग लिया। जनगणना निदेशक विम्मी सचदेवा रामन ने बताया, पहले चरण में मकानों की गणना और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर अपडेट करने का काम होगा। यह काम एक मई से 15 जून तक किया जाएगा। यहां 30 हजार फील्ड कर्मचारी और छह हजार सुपरवाइजरों को लगाया जाएगा। जनगणना के काम की निगरानी के लिए सीएमएमएस पोर्टल तैयार किया गया है। मुख्य सचिव ने शिक्षा निदेशक आरके कुंवर को कार्मिकों की तैनाती सुनिश्चित कराने को कहा। इन्हें अप्रैल में प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह भी तय किया गया कि जनगणना पूरी होने तक प्रशासनिक इकाइयों का परिसीमन नहीं होगा। यानी तहसील, ब्लॉक, जिलों की सीमा में बदलाव नहीं किया जाएगा।
ई-प्रॉसिक्यूशन पोर्टल शुरू
देहरादून। अब राज्य में कोर्ट केसों का निस्तारण जल्द होगा। पुलिस चार्जशीट ऑनलाइन जमा हो सकेगी। सारे केसों के रिकॉर्ड कंप्यूटरीकृत होंगे। शुक्रवार को जिला जज प्रशांत जोशी और डीजी (कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने संयुक्त निदेशक अभियोजन कार्यालय में ई-प्रॉसिक्यूशन पोर्टल का शुभारंभ किया। इस पोर्टल में अभियोजन से जुड़े सारे काम ऑनलाइन होंगे। ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी केएस राणा को नोडल अधिकारी बनाया गया है।