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श्रीनगर में अलकनंदा का पानी पीने के लायक नहीं, जांच में घातक बैक्टीरिया मिले

श्रीनगर में अलकनंदा का पानी पांच किलोमीटर के दायरे मनुष्य छोड़ दीजिए, जानवरों के भी पीने लायक नहीं है। ‘डिस्ट्रिक वाटर क्वालिटी टेस्टिंग एंड मॉनिटरिंग लैबोरेट्री’ कर रिपोर्ट से यह खुलासा...

श्रीनगर में अलकनंदा का पानी पीने के लायक नहीं, जांच में घातक बैक्टीरिया मिले
श्रीनगर, श्रीकृष्ण उनियालWed, 04 Apr 2018 02:39 PM
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श्रीनगर में अलकनंदा का पानी पांच किलोमीटर के दायरे मनुष्य छोड़ दीजिए, जानवरों के भी पीने लायक नहीं है। ‘डिस्ट्रिक वाटर क्वालिटी टेस्टिंग एंड मॉनिटरिंग लैबोरेट्री’ कर रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है। जांच में अलकनंदा के पानी में घातक बैक्टीरिया पाए हैं। 

‘डिस्ट्रिक वॉटर क्वालिटी टेस्टिंग एंड मॉनिटरिंग लैबोरेट्री’ ने श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के बांध क्षेत्र से लेकर परियोजना के पावर हाउस तक अलग-अलग स्थानों से 29 मार्च को पानी के सेंपल लिए थे। जांच में परियोजना के पॉवर हाउस से पहले पानी में ई-कोलाई बैक्टिरिया की मात्रा प्रति सौ मिली. में 10299 पाई गई है। जबकि एमपीएन कोलिफार्म 2419 मापी गई।

श्रीनगर जल संस्थान के पंप हाउस के समीप ई-कोलाई प्रति सौ मिली. में 69 तथा एमपीएन कोलिफार्म प्रति सौ मिली. में 579 मिला। डिस्ट्रिक वॉटर क्वालिटी टेस्टिंग एंड मॉनिटरिंग लैबोरेट्री जल संस्थान श्रीनगर के कैमिस्ट हरेंद्र भंडारी ने बताया कि लैब में पानी के सैंपल में ई-कोलाई बैक्टीरिया और एमपीएन कोलीफार्म बड़ी तादाद में मिला है। फिल्टर व क्लोरीनेशन से इनको समाप्त कर घरों में पानी की आपूर्ति की जा रही है। 

क्या है ई-कोलाई बैक्टीरिया 

ई-कोलाई पानी में मिलने वाला सबसे खतरनाक बैक्टीरिया माना जाता है। यह सीवरयुक्त पानी से पैदा होता है। यह पेट के रोग और हड्डियों को गलाने का बड़ा कारक माना जाता है। यह बैक्टीरिया खुले में पड़े कूड़े-कचरे से पैदा होता है। 

एमपीएन कोलिफार्म 

यह पानी में सीवर की अत्यधिक मात्रा को प्रदर्शित करता है। एमपीएन कोलिफार्म युक्त पानी पीने से पेट के घातक रोग हो सकते हैं।

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