नारी शक्ति वंदन महिला आरक्षण पर पूर्व सीएम हरीश रावत का बड़ा बयान, कहीं ये बातें
केंद्र सरकार ने नारी शक्ति वंदन के नाम पर महिला आरक्षण विधेयक संसद में पेश किया है। जिसपर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सवाल कहा कि महिला आरक्षण विधेयक पर मोदी सरकार की नीयत साफ नहीं।

केंद्र सरकार ने नारी शक्ति वंदन के नाम पर महिला आरक्षण विधेयक संसद में पेश किया है। जिसपर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सवाल उठाते हुए कहा कि महिला आरक्षण विधेयक पर मोदी सरकार की नीयत साफ नहीं है। देश की आधी आबादी को साधने के नाम पर उनके साथ सिर्फ धोखा किया जा रहा है।
अगर केंद्र सरकार महिलाओं की वाकई हितैषी होती तो महिला आरक्षण विधेयक को तत्काल लागू किया जाता। लेकिन सरकार ने जानबुझकर विधेयक में ऐसा प्रावधान किया है कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले महिला आरक्षण लागू होना संभव नहीं है। जिसके कारण इस लोकसभा चुनाव में महिलाओं को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाएगा।
रविवार को दिल्ली रोड स्थित एक होटल में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान हरीश रावत ने कहा कि केंद्र सरकार महिला आरक्षण कानून को 2024 तक लागू करे। बाद में जो भी संशोधन करना पड़े कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण को लेकर भाजपा की दोहरी नीति सिर्फ चुनावी स्टंट है।
कहा कि केंद्र सरकार इंडिया गठबंधन से इतना घबरा गई है कि वह अब इंडिया को भारत कहने लगी है। प्रेसवार्ता के दौरान विधायक फुरकान अहमद, महानगर अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, पूर्व जिला अध्यक्ष रणविजय सैनी, हंस राज सचदेवा, प्रवेज अहमद, सुधीर शांडिल्य, राव मुन्ना, आदित्य राणा आदि मौजूद रहे।
