ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंडचिंताजनक: गुरुग्राम-दिल्ली से लौटे प्रवासियों में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण, 70 लोग कोरोना पॉजिटिव

चिंताजनक: गुरुग्राम-दिल्ली से लौटे प्रवासियों में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण, 70 लोग कोरोना पॉजिटिव

उत्तराखंड लौट रहे प्रवासियों में कोरोना का सबसे अधिक संक्रमण गुरुग्राम और दिल्ली से वापस आए लोगों में मिल रहा है। इसके अलावा मुंबई और सूरत से लौट रहे प्रवासी भी काफी संख्या में पॉजिटिव पाए जा रहे...

चिंताजनक: गुरुग्राम-दिल्ली से लौटे प्रवासियों में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण, 70 लोग कोरोना पॉजिटिव
हिन्दुस्तान टीम, देहरादून | विमल पुर्वालFri, 22 May 2020 11:13 AM
ऐप पर पढ़ें

उत्तराखंड लौट रहे प्रवासियों में कोरोना का सबसे अधिक संक्रमण गुरुग्राम और दिल्ली से वापस आए लोगों में मिल रहा है। इसके अलावा मुंबई और सूरत से लौट रहे प्रवासी भी काफी संख्या में पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।   

उत्तराखंड में चार मई से प्रवासियों के लौटने का सिलसिला शुरू हो गया था। सरकारी रिकार्ड के अनुसार, राज्य में अब तक करीब एक लाख तीस हजार लोग विभिन्न राज्यों से वापस आ चुके हैं।

प्रवासियों के लौटने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से अब तक राज्य में 70 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से अधिकांश प्रवासी हैं। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि पॉजिटिव पाए गए प्रवासियों में लगभग 60 प्रतिशत मरीज गुरुग्राम और दिल्ली से वापस आए लोग हैं।

इसके बाद इस क्रम में क्रमश: मुंबई और सूरत का नंबर है। अपर निदेशक एनएचएम डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने इसकी पुष्टि की। उनका कहना है कि देश के जिन क्षेत्रों में ज्यादा संक्रमण है, वहां से लौट रहे लोगों में भी सबसे अधिक संक्रमित मिल रहे हैं।

उन्होंने माना कि गुरुग्राम, दिल्ली, मुंबई और सूरत से लौटे लोगों में सबसे अधिक संक्रमण देखने में मिला है। 

 

Covid-19: उत्तराखंड में 16 मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि, 130 से बढ़कर 146 हुए संक्रमित 

 

बार्डर पर क्वारंटाइन करने से मिलेगी राहत : नैनीताल हाईकोर्ट ने बाहर से आ रहे प्रवासियों की कोरोना जांच बार्डर पर ही करने और संक्रमण मिलने पर वहीं क्वारंटाइन करने को कहा है।

ऐसा होने पर पहाड़ के जिलों को संक्रमण के खतरे से बहुत हद तक बचाया जा सकता है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।

इसके तहत सभी जिलों को बाहर से आ रहे लोगों को बॉर्डर पर ही क्वारंटाइन करने को कहा जा रहा है। हालांकि बड़ी संख्या में प्रवासियों को बार्डर पर फैसिलिटी क्वारंटाइन करने को बड़ी मात्रा में संसाधनों की भी जरूरत होगी। ऐसे में वापस आ रहे प्रवासियों की संख्या में कुछ गिरावट आ सकती है। 

 

संक्रमण फैलने का खतरा 
प्रवासियों के हर दिन बड़ी संख्या में पॉजिटिव आने के बाद अब स्थानीय लोगों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। यदि बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव प्रवासियों की पहचान समय रहते नहीं हुई तो आने वाले कुछ दिनों में यह संक्रमण स्थानीय लोगों में भी फैल सकता है।

इससे स्थिति खराब होने का डर है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि संक्रमण को स्थानीय स्तर तक पहुंचाने से रोकने के लिए पूल टेस्टिंग कर जांच बढ़ाई जा रही है ताकि बाहर से आए ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच की जा सके। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें