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यूपी, हिमाचल से महंगे डॉक्टर बना रहा है उत्तराखंड, सालाना मेडिकल फीस चार गुना महंगी

उत्तराखंड में पड़ोसी राज्यों यूपी, हिमाचल प्रदेश से महंगे डॉक्टर तैयार किए जा रहे हैं। राज्य सरकार के अधीन चल रहे हल्द्वानी, दून और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स की सालाना फीस चार लाख रुपए...

यूपी, हिमाचल से महंगे डॉक्टर बना रहा है उत्तराखंड, सालाना मेडिकल फीस चार गुना महंगी
हिन्दुस्तान टीम, हल्द्वानी | दीपक पुरोहित Sat, 07 Nov 2020 11:42 AM
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उत्तराखंड में पड़ोसी राज्यों यूपी, हिमाचल प्रदेश से महंगे डॉक्टर तैयार किए जा रहे हैं। राज्य सरकार के अधीन चल रहे हल्द्वानी, दून और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स की सालाना फीस चार लाख रुपए है।

जो देश के सबसे नामी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के मुकाबले चार गुना से भी अधिक है। बात पड़ोसी उत्तरप्रदेश की करें तो प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस का फीस स्ट्रक्चर 60 हजार से एक लाख रुपये सालाना है।

दूसरे पड़ोसी हिमाचल के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला में भी एमबीबीएस फीस मात्र 60 हजार सालाना है। इसके अलावा दिल्ली, हरियाणा, पंजाब से लेकर दक्षित भारत के प्रसिद्ध मेडिकल कॉलेजों में भी फीस उत्तराखंड के मुकाबले काफी कम है। ऐसे में उत्तराखंड के गरीब छात्रों के लिए नीट क्वालिफाई करने के बावजूद डॉक्टर बनने का सपना काफी महंगा साबित हो रहा है। 

सुविधाओं में फिसड्डी प्रदेश के मेडिकल कॉलेज
उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेज सुविधाओं के मामले में काफी फिसड्डी हैं। किसी भी मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी पूरी नहीं है। सुविधाओं के मामले में सबसे आगे हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज माना जाता है।
मगर यहां भी फैकल्टी न होने के कारण एनएमसी रेडियोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री विभाग की पीजी मान्यता खत्म हो चुकी है। देहरादून और श्रीनगर की स्थिति भी ठीक नहीं।
मगर हैरान की बात यह कि सरकार पुराने कॉलेजों में सुधार के बजाए अल्मोड़ा, रुद्रपुर, पिथौरागढ़ के नए मेडिकल कॉलेजों के भवन बनवा रही है।
 
गांव वालों ने जमा किया फीस का पैसा
बीते साल हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में चार लाख फीस के कारण छात्रों ने आंदोलन भी किया था। ऑनलाइन कैंपेन चलाया पर फीस कम नहीं हुई। पिथौरागढ़ जिले के एक गरीब छात्र की फीस जुटाने के लिए पूरे गांव ने पैसा एकत्रित किया। जिसके बाद छात्र हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन हुआ। कोर्स की ज्यादा फीस के कारण गरीब घरों के छात्रों को बैंक से एजुकेशन लोन भी नहीं मिल पा रहे हैं।

मेडिकल कॉलेज                           फीस (सालाना)
केजीएमसी लखनऊ                      52 हजार
आईजीएम शिमला                        60 हजार
बेंगलुरु मेडिकल कॉलेज                70 हजार
रोहतक पीजीआई                         52 हजार
गांधी मेडिकल कॉलज                   1 लाख
गोवा मेडिकल कॉलेज                   1.10 लाख
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज     2500

एमबीबीएस कोर्स की सालाना फीस चार लाख रुपए है। हल्द्वानी और दून मेडिकल कॉलेज में बांड की व्यवस्था अब खत्म कर दी गई है। फीस को लेकर निर्णय शासन स्तर का मामला है।
डॉ. सीपी भैसोड़ा, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी 

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