ऋषिकेश: शहीद विकास गुरुंग की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए जवान विकास गुरुंग की अंतिम यात्रा उनके आवास गुमानीवाला गांव से निकाली गई। इस दौरान भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा। इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह...
जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए जवान विकास गुरुंग की अंतिम यात्रा उनके आवास गुमानीवाला गांव से निकाली गई। इस दौरान भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा। इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सुबह गुमानीवाला गांव से शुरू हुई अंतिम यात्रा में भारी भीड़ शामिल हुई। विकास की शहादत को लेकर लोग नारे लगाते रहे। अंतिम यात्रा श्यामपुर हरिद्वार मार्ग से होते हुए पूर्णानंद घाट मुनि की रेती के लिए निकली।
इस दौरान नगर में जगह-जगह नागरिक शहीद के अंतिम दर्शन को सड़क किनारे लोग नजर आए। अंतिम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान शोक स्वरूप बंद रखे गए।
इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में शनिवार को देश के लिए शहीद हुए 21 साल के रायफलमैन विकास गुरुंग का शव रविवार दोपहर सैन्य सम्मान के साथ गुलरानी, गुमानीवाला पहुंचा। रायवाला सैन्य छावनी से आए 24 फील्ड रेजीमेंट के कैप्टन प्रकाश कुमार ओझा के नेतृत्व में दो जेसीओ और 14 जवान शहीद विकास के पार्थिव शरीर को सैन्य वाहन से उतारने के बाद कंधों पर उठाकर घर तक ले गए।
गोरखा रेजीमेंट से आए सुबेदार नरेंद्र गुरुंग ने शहीद विकास के पिता को घटना की जानकारी दी और ढांढस बंधाया। माहौल उस समय गमगीन हो गया जब तिरंगे में लिपटे विकास को देखकर पिता रमेश गुरुंग, मां बीना माया गुरुंग और बहन पूनम फफक-फफक कर रो पड़े। घर पर उमड़े लोगों की भी आंखे नम हो गईं। कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था जिसने शहीद विकास गुरुंग की शहादत को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि न दी हो।विकास गुरुंग 2015 में गोरखा रेजीमेंट में भर्ती हुए थे।
शहीद का पार्थिव शरीर गुमानीवाला पहुंचा
विकास के पिता रमेश गुरुंग सेना से सेवानिवृत्त हैं और विकास का छोटा भाई निरंजन गुरुंग भी सेना में है और उसकी वर्तमान तैनाती गांधीनगर, गुजरात में है। मौके पर उपजिलाधिकारी हरगिरी, नायब तहसीलदार केडी जोशी, सर्वे कानूनगो पदमदत्त नौटियाल, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेश व्यास, समाजसेवी महावीर उपाध्याय, प्रधान सतीश रावत, सुरेंद्र उनियाल, रविंद्र राणा, संजीव चौहान, दवेंद्र बैलवाल, विपिन पंत, रविंद्र रमोला, रजनीश शर्मा, अक्षय कौशिक आदि थे।
विकास गुरुंग अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबादर
रविवार दोपहर करीब 2 बजे शहीद विकास गुरुंग का पार्थिव शरीर गुलरानी, गुमानीवाला स्थित उनके आवास पहुंचा, जहां पहले से शहीद विकास की एक झलक पाने के लिए जनसैलाब उमड़ा हुआ था। घरों की छतों पर भी लोग खड़े नजर आए। तिरंगे में लिपटे शहीद के पार्थिव शरीर को जैसे ही सेना के वाहन से उतारा गया, तभी वहां मौजूद युवाओं ने विकास गुरुंग अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा विकास गुरुंग तुम्हारा नाम रहेगा, के गगनभेदी नारों से आसमान गुंजायमान रहा।