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आक्रोश: गंगा किनारे सरकार ने खुलवाई शराब की दुकान

स्वच्छ गंगा और उत्तराखंड को नशा मुक्त करने के भाजपा सरकार के दावे ऋषिकेश में तार-तार हो गए। सरकार ने धर्म और आस्था की नगरी ऋषिकेश में मयखाना खुलवा दिया है। हैरत की बात है कि ये बार गंगा नदी से महज...

आक्रोश: गंगा किनारे सरकार ने खुलवाई शराब की दुकान
लाइव हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनMon, 14 Jan 2019 12:15 PM
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स्वच्छ गंगा और उत्तराखंड को नशा मुक्त करने के भाजपा सरकार के दावे ऋषिकेश में तार-तार हो गए। सरकार ने धर्म और आस्था की नगरी ऋषिकेश में मयखाना खुलवा दिया है। हैरत की बात है कि ये बार गंगा नदी से महज 100 मीटर की दूरी पर खुला है। यह ऋषिकेश एम्स और सीमा डेंटल कॉलेज के भी करीब है। यह नया बार पशुलोक—बैराज मार्ग स्थित होटल हेरिटेज में खोला गया है। इसे खोलने की इजाजत होटल को नए साल से मिल गई है। जबकि मद्य निषेध और मांस पर प्रतिबंध होने के बावजूद इस होटल में शराब और मांसाहारी भोजन परोसा जा रहा है।


प्राचीन वीरभद्र महादेव मंदिर भी करीब: ऋषिकेश में पशुलोक बैराज मार्ग के करीब वीरपुरखुर्द में प्राचीन वीरभद्र महादेव मंदिर भी है। शिवरात्रि के समय कांवड़िए यहां वाहन पार्क करते हैं। ऐसे में इस बार का खुलना धार्मिक आस्था से सीधे खिलवाड़ है।


बार के लिए नियम तार-तार: नियमों के मुताबिक, ऋषिकेश क्षेत्र में नशे और मांस की बिक्री प्रतिबंधित है। लेकिन, बार लाइसेंस देने में इस नियम की सरासर अनदेखी कर दी गई। इधर, आबकारी निरीक्षक भरत प्रसाद ने नियमों की अनदेखी से इनकार किया। उन्होंने कहा कि हेरिटेज होटल स्वामी हरिदास ने दो साल पहले बार लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। नए साल के पहले दिन लाइसेंस जारी हुआ। उन्होंने कहा कि एम्स और सीमा डेंटल कॉलेज भी करीब एक किलोमीटर दूर हैं।

गंगा किनारे बार खोलना शर्मनाक
पतित पावनी गंगा से महज 100 मीटर दूरी पर बार खुलना दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्य सरकार देवभूमि के धर्मत्व को बचाने में भी नाकाम साबित होती दिख रही है।
कुसुम जोशी, शराब विरोधी मैती संस्था अध्यक्ष

शराब माफिया से भाजपा सरकार की साठगांठ पर सवाल उठते रहे हैं। तीर्थनगरी में बार लाइसेंस के प्रकरण से इसकी पुष्टि हो गई है। इस बार को उच्च शैक्षणिक संस्थानों से दूर खोलना चाहिए था। 
जयेंद्र रमोला, कांग्रेस नेता

हरिद्वार और ऋषिकेश प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। यहां नगर पालिका क्षेत्र रहते वक्त मांस-मदिरा पर रोक थी। नगर निगम में भी यह व्यवस्था रहे। सरकार को फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। 
विजय सारस्वत, प्रदेश महामंत्री (संगठन), कांग्रेस

जिस स्थान पर बार खोला गया है पहले वह ग्रामसभा क्षेत्र में था, जो अब नगर निगम में शामिल हो गया है। वहां पहले से मांस, अंडे की बिक्री हो रही है। नगर निगम क्षेत्र में मांस, मदिरा प्रतिबंधित है, ऐसे में पशुलोक—बैराज मार्ग पर बार का लाइसेंस देना गलत है। इस पर सरकार का क्या निर्णय रहा यह देखना होगा।
पंकज शर्मा, महामंत्री ऋषिकेश भाजपा मंडल 
 
हरिद्वार कुंभ क्षेत्र के नगर निकायों में शराब प्रतिबंधित है। यहां दुकान खोलने और बार संचालन के लिए डीएम की रिपोर्ट पर ही अनुमति दी जाती है। संभवत: ये फाइल नए इलाके के होटल की हो, जो नगर निगम क्षेत्र में शामिल हो चुका है। इसका परीक्षण कराएंगे।  
प्रकाश पंत, आबकारी मंत्री 
 

 

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