भाजपा विधायक दिलीप सिंह रावत ने अपनी सरकार के वन मंत्री के खिलाफ खोला मोर्चा, जानें क्या है पूरा मामला
लैंसडौन के भाजपा विधायक दिलीप सिंह रावत ने वन मंत्री हरक सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट टाइगर सफारी पर सवाल उठा दिए हैं। विधायक का कहना है कि पाखरो में टाइगर सफारी बनने के बाद कंडी मार्ग का खुलना...
लैंसडौन के भाजपा विधायक दिलीप सिंह रावत ने वन मंत्री हरक सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट टाइगर सफारी पर सवाल उठा दिए हैं। विधायक का कहना है कि पाखरो में टाइगर सफारी बनने के बाद कंडी मार्ग का खुलना नामुमकिन है।
इसके चलते पाखरो में टाइगर सफारी बनने से पहले कंडी मार्ग की सुध ली जानी चाहिए। सिद्धबली मंदिर के महंत व लैंसडौन विधायक दिलीप सिंह रावत ने रविवार को ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि टाइगर सफारी क्षेत्र में बाघों को लाए जाने के बाद वन और वाइल्डलाइफ से जुड़े कानून बेहद सख्त हो जाएंगे। इसके चलते कंडी मार्ग के लिए इजाजत मिलना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
दिलीप ने कहा कि यदि टाइगर सफारी से पहले कंडी रोड का निर्माण कर लिया जाता तो यह मुश्किल नहीं आती। मालूम हो कि बीते शुक्रवार को पाखरो में कोटद्वार के विधायक और प्रदेश के वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने टाइगर सफारी का शिलान्यास कर इसे अपनी उपलब्धि बताया था।
उन्होंने दावा किया था कि टाइगर सफारी शुरू होने के बाद कोटद्वार को विशेष पहचान मिलेगी। लेकिन लैंसडौन विधायक दिलीप सिंह रावत ने टाइगर सफारी को कोटद्वार-कालागढ़-रामनगर कंडी मार्ग निर्माण में बाधक बताते हुए वन मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।