इन्वेस्टर्स समिट: इंवेस्टमेंट से मैदानी, पर्वतीय जिलों में विकास की स्थिति सुधरेगी
आ रहे पहाड़ के जिलों के लिए भी इन्वेस्टर समिट से सुनहरी उम्मीदें जगी है। राज्य के नौ पर्वतीय जिलों में अब तक जिलाधिकारियों के स्तर से 163 एमओयू हो चुके हैं। 515.039 करोड़ रुपये के निवेश से जुड़े...
आ रहे पहाड़ के जिलों के लिए भी इन्वेस्टर समिट से सुनहरी उम्मीदें जगी है। राज्य के नौ पर्वतीय जिलों में अब तक जिलाधिकारियों के स्तर से 163 एमओयू हो चुके हैं। 515.039 करोड़ रुपये के निवेश से जुड़े इन विभिन्न उद्योगों के जरिए पहाड़ के 3291 युवाओं को रोजगार मिलेगा। उत्तराखंड के गठन के पीछे एकमात्र उद्देश्य पर्वतीय क्षेत्रों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना था। पर, राज्य बनने के बाद भी वो सपना साकार नहीं हो पाया, जिसकी आंदोलन के दौरान उम्मीद की जा रही थी। वैसे आंकड़ों के अनुसार तो मैदानी जिले हरिद्वार, यूसएनगर, देहरादून और नैनीताल अब भी आगे ही हैं, लेकिन इस बार पहाड़ के लिए संभावनाओं के रास्ते खुले हैं।
पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन और कृषि-बागवानी पर फोकस
भारी उद्योग के लिहाज से पहाड़ी क्षेत्रों की भौगोलिक संरचना अनुकूल न होने के कारण सरकार ने प्रकृति से जुड़े उपक्रमों पर फोकस रखा है। पहाड़ी जिलों में पर्यटन, सुगंध और औषिधी महत्व के पौधों, फूलों की खेती, ऑफ सीजन वेजिटेबल को प्रोत्साहित किया जाएगा। वहीं पवन और सौर ऊर्जा को भी पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ावा दिया जाएगा।
सरकार ने पर्वतीय जिलों पर फोकस करते हुए कई अहम निर्णय लिए हैं। पर्यटन की तेरह जिले तेरह डेस्टिनेशन योजना का उत्तराखंड को निश्चित ही बड़ा लाभ मिलेगा। साथ ही पिरूल से बिजली बनाने की नीति से 50 हजार लोगों को लिए रोजगार का रास्ता खुलेगा। इन्वेस्टर समिट के प्रचार के दौरान उद्यमियों के सामने पर्वतीय जिलों की भौगोलिक और सामाजिक संरचना की भी पूरी तस्वीर रखी गई थी। अधिकांश ने इस क्षेत्र में निवेश की इच्छा जाहिर की।
त्रिवेंद्र रावत, मुख्यमंत्री
मैदानी जिले
जिला एमओयू निवेश रोजगार
हरिद्वार 30 358.61 3714
यूएसनगर 66 303.19 3168
नैनीताल 31 240.59 814
देहरादून 69 221.15 2384
गढ़वाल
जिला एमओयू निवेश रोजगार
टिहरी 20 178.54 1020
पौड़ी 38 117.78 1445
चमोली 30 80.6 456
रुद्रप्रयाग 10 15.2 200
उत्तरकाशी 11 14.57 120
कुमाऊं
जिला एमओयू निवेश रोजगार
अल्मोड़ा 20 67.849 276
चंपावत 19 18.38 130
पिथौरागढ़ 11 11.87 71
बागेश्वर 04 10.25 63
निवेश में टिहरी-पौड़ी अव्वल
पर्वतीय जिलों में फिलहाल निवेशकों ने टिहरी और पौड़ी में ज्यादा रुचि ली है। निवेश के लिहाज से टिहरी में सर्वाधिक 178.54 करोड़ रुपये के निवेश के 20 एमओयू हुए हैं। पौड़ी में एमओयू तो जरूर टिहरी से ज्यादा हैं, लेकिन निवेश यहां 117.78 करोड़ रुपये का हुआ है। पौड़ी में निवेश के 38 एमओयू हुए हैं।
निवेश
163 एमओयू हुए गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में जिलास्तर पर
515 करोड़ के निवेश से 3200 से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे