उत्तराखंड के चीन बॉर्डर पर भारत-अमेरिका के सैनिक, VIDEO में देखें क्या है तैयारी
भारत, और अमेरिकी सेना के रणबांकुरों ने उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित तपोवन में जमकर अभ्यास किया। आपदाग्रस्त इलाकों में तुरंत पहुंचने से लेकर रेस्क्यू करने तक दोनों देशों के सैनिकों ने पसीना बहाया।
इस खबर को सुनें
उत्तराखंड के चीन बॉर्डर पर आज फिर भारत, और सेना के जांबाज सैनिकों ने युद्धाभ्यास किया। लेकिन, बुधवार हो हुए युद्धाभ्यास में दुश्मनों को मात देने पर नहीं, बल्कि अपने देश के नागरिकों के जान बचाने पर फोकस किया गया था। आपदाग्रस्त इलाकों में कैसे तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाए। कैसे पीड़ितों को रेस्क्यू कर कम समय में नजदीकि स्वास्थ्य स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जाए।
पीड़ित और नोडल एजेंसी के बीच कैसे रिस्पांस टाइम को कम किया जाए। इन सभी बारीकियों को समझने के साथ ही निपुणता हासिल करने के लिए भारत, और अमेरिकी सेना के रणबांकुरों ने उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित तपोवन में जमकर अभ्यास किया। आपदाग्रस्त इलाकों में तुरंत पहुंचने से लेकर रेस्क्यू करने तक दोनों देशों के सैनिकों ने जमकर पसीना बहाया।
प्राकृतिक आपदा की वजह सड़क या रेल नेटवर्क के बह जाने पर पीड़ितों को रेस्क्यू करने की तकनीक पर भी अभ्यास किया गया। आपदा पर केंद्रित अभ्यास के बारे में जानकारी देते हुए कैप्टन डीएस भाटी ने बताया कि सैनिकों ने हर बारीकी पर ध्यान देते हुए अभ्यास किया, ताकि आपात स्थिति में पीड़ित की जान बचाई जा सके।
अभ्यास में पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा पर विशेषतौर से फोकस किया गया था। यूएस आर्मी के कैवेलरी ऑफिस ब्रैडी कैरोल ने जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ और इससे जुड़ी आपदा पर केंद्रित अभ्यास किया गयाा। कहा कि अभ्यास में दोनों देशों के सैनिकों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए। बता दें कि चीन बॉर्डर पर यूएस और भारतीय सेना युद्धाभ्यास कर रही है। कैरोल ने कहा कि युद्धाभ्यास से दोनों देशों के बीच सैन्य तालमेल भी पहले से बेहतर होगा।