सर्दियों के दौरान कोरोना संक्रमण में इजाफे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित मरीजों की निगरानी बढ़ाने का निर्णय लिया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सर्विलांस बढ़ाने के साथ स्वास्थ्य टीमों को मौके पर भी भेजने के लिए भी कहा गया है।
दरअसल, राज्य में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित होम आइसोलेशन में रह रहे हैं। लेकिन, यह शिकायतें मिल रही हैं कि कई मरीज होम आइसोलेशन के मानकों का पालन ही नहीं कर रहे हैं। खासकर, जिन्हें कोरोना के लक्षण नहीं हैं वे घर से बाहर निकल रहे हैं।
राज्य में सर्दियों के दौरान कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी सीएमओ को निर्देश दे दिए हैं कि होम आइसोलेशन मानकों का कड़ाई से पालन करवाएं।
इधर, कोविड कंट्रोल रूम के चीफ ऑपरेशन ऑफिसर डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि हेल्थ के फील्ड वर्करों को होम आइसोलेशन वालों को चेक करने के लिए भेजा जा रहा है। इधर, राज्य में सबसे अधिक 443 संक्रमितों को देहरादून में होम आइसोलेशन की इजाजत दी गई है।
उत्तरकाशी में 51, चमोली में 120, रुद्रप्रयाग में 72, पौड़ी में 207, टिहरी में 129, हरिद्वार में 138 लोग होम आइसोलेशन में रखे गए हैं। संक्रमितों से अपील भी की गई है वह होम आइसोलेशन के नियमों का सख्ती से पालन करें।
होम आइसोलेशन में रह रहे लोग कोरोना मानकों का पूरी तरह पालन करें, इसके लिए कंट्रोल रूम के जरिये उनकी निगरानी की जा रही है। बताया कि सभी संक्रमितों को जरूरी दवा भी उपलब्ध करा दी गई है।
डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, चीफ ऑपरेशन ऑफिसर (कोविड कंट्रोल रूम)