हेमकुंड साहिब: इन तीर्थ यात्रियों पर रोक, बदरीनाथ-केदारनाथ,गंगोत्री चार धाम यात्रा के बाद इस दिन खुलेंगे कपाट VIDEO
बदरीनाथ-केदारनाथ, गंगोत्री समेत चार धाम यात्रा 2023 के बाद अब तीर्थ यात्री हेमकुंड साहिब के दर्शन को भी जा सकेंगे। हेमकुंंड साहिब के कपाट खोलने की तैयारियां पूरी जोरों पर हैं। 20 मई को कपाट खुलेंगे।
बदरीनाथ-केदारनाथ, गंगोत्री समेत चार धाम यात्रा 2023 के बाद अब तीर्थ यात्री हेमकुंड साहिब के दर्शन को भी जा सकेंगे। हेमकुंड साहिब के कपाट खोलने की तैयारियां पूरी जोरों पर हैं। सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब की यात्रा का आगाज बुधवार 17 मई को हो रहा है। जबकि, धाम के कपाट 20 मई को खुल रहे हैं। तीर्थ यात्रियों पर भी रोक लगाई गई है।
विदित हो कि गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट 22 अप्रैल को खुलने के साथ ही उत्तराखंड चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो गया था।चमोली जनपद में स्थित हेमकुंड धाम और उसके आसपास भारी बर्फ जमी होने के कारण 60 साल से अधिक उम्र वाले, ब्लड प्रेशर, शुगर और अस्थमा से पीड़ित लोगों को यात्रा नहीं करने की सलाह दी गई है।
बर्फ पिघलकर साफ होने के बाद ही ऐसे लोगों को यात्रा की अनुमति मिलेगी। ऋषिकेश में लक्ष्मणझूला रोड स्थित गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के प्रबंधक सरदार दर्शन सिंह ने बताया कि यात्रा की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हालांकि हेमकुंड साहिब धाम और उसके आसपास जमीं बर्फ की चादर को हटाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
उन्होंने बताया कि हेमकुंड साहिब की यात्रा आज बुधवार से आरंभ हो रही है। ऋषिकेश गुरुद्वारे से 17 मई को पहला जत्था सुबह 11 बजे श्री हेमकुंड साहिब धाम के लिए रवाना होगा। बकौल प्रबंधक हेमकुंड धाम और आसपास अभी बर्फ जमा है, इससे वहां ऑक्सीजन का स्तर भी कम है।
लिहाजा तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं। बताया कि 60 साल से अधिक उम्र वाले, ब्लड प्रेशर, शुगर और अस्थमा पीड़ितों को यात्रा पर जाने से रोका जाएगा। बर्फ पिघलकर साफ होने के बाद ही ऐसे लोगों को यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी।