भारी बरसात में पहाड़ पर भी बरसी आफत, VIDEO में देखें खौफनाक मंजर
मकान में दबकर दो मवेशियों की मौत हो गई। वहीं, 17 सड़कों पर यातायात बंद रहा। लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शामा क्षेत्र के बैकोड़ी गांव में नरसिंह देवता का मंदिर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ।
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। केदारनाथ धाम से महज 15 किलोमीटर पहले सोनप्रयाग में पहाड़ भरभराकर गिर पड़ा। पहाड़ के गिरते ही श्रद्धालुओं के बीच अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, राहत की बात रही कि किसी की जान नहीं गई।
अतिवृष्टि कपकोट में पांच घर क्षतिग्रस्त, एक जमींदोज
बागेश्वर में गुरुवार रात पूरे जिले में भारी बारिश हुई। कपकोट क्षेत्र में अतिवृष्टि ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। यहां शामा समेत अन्य गांवों में पांच मकान क्षतिग्रस्त हो गए। जिसमें से बड़ी पन्याली शामा में एक मकान जमीदोज हो गया।
मकान में दबकर दो मवेशियों की मौत हो गई। वहीं, 17 सड़कों पर यातायात बंद रहा। लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शामा क्षेत्र के बैकोड़ी गांव में नरसिंह देवता का मंदिर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पेयजल आपूर्ति ठप हो गई, किसानों के लहलहाते खेतों में मलबा भर गया।
जिला आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार रात को भारी बारिश से उम्मेद सिंह पुत्र केदार सिंह निवासी बड़ी पन्याली का आवासीय मकान भरभरा कर गिर गया। मकान में बनी गोशाला के मलबे में दबने से गाय और बछड़े की मौत हो गई। वहीं, घर में मौजूद परिवार के चार सदस्यों ने बमुश्किल जान बचाई।
इसी गांव में पार्वती देवी पत्नी रतन सिंह का आवासीय मकान तीक्ष्ण क्षतिग्रस्त हो गया है। घर में तीन लोग रह रहे हैं। शेर सिंह पुत्र धीम सिंह को मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया है। मकान में पांच लोग रह रहे हैं। पनी राम पुत्र बण राम ग्राम खलझूनी का मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हुआ है। यहां भी पांच लोग रह रहे हैं।
इसी तरह बागेश्वर तहसील के अनर्सा निवासी लछीमा देवी का मकान भी क्षतिग्रस्त हुआ है। इस मकान में दो लोग रहते हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि तहसील प्रशासन की टीम ने आपदा प्रभावित क्षेत्र का मौका मुआयन कर अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेज दी है। साथ ही राहत कार्य भी जारी है। बंद मार्ग को खोलने का काम चल रहा है।
लेटेस्ट Hindi News, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर ,और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।