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इस्लाम के नाम पर करोड़ों का घोटाला, मुस्लिम फंड मामले में हरिद्वार पुलिस को हजम नहीं हो रही कहानी

बहुचर्चित मुस्लिम फंड गबन प्रकरण में सामने आए किरदारों तक पहुंचने के लिए ज्वालापुर पुलिस ने एक्सरसाइज तेज कर है। इलेक्ट्रोनिक्स सर्विलांस की मदद से आरोपियों तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।

इस्लाम के नाम पर करोड़ों का घोटाला, मुस्लिम फंड मामले में हरिद्वार पुलिस को हजम नहीं हो रही कहानी
Himanshu Kumar Lallहरिद्वार, संवाददाताSun, 29 Jan 2023 04:22 PM
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बहुचर्चित मुस्लिम फंड गबन प्रकरण में सामने आए किरदारों तक पहुंचने के लिए ज्वालापुर पुलिस ने एक्सरसाइज तेज कर है। इलेक्ट्रोनिक्स सर्विलांस की मदद से आरोपियों तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है, यही नहीं उन सभी किरदारों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल रिकार्ड तेजी से खंगाली जा रही है। पुलिस का मानना है कि पूरे प्रकरण में शामिल रहे किरदारों के मूल नाम-पते भिन्न हो सकते हैं, जो उनकी गिरफ्तारी के साथ ही साफ हो सकेगा। 

मुस्लिम फंड संस्था के संचालक अब्दुल रज्जाक और उसके सहयोगी नसीम उर्फ मुन्ना एवं मसरूर की गिरफ्तारी के साथ पूरे प्रकरण से पर्दा उठ चुका है। प्रारंभिक जांच में ये सामने आ गया है कि विदेशी फंडिंग एवं पुराने करेंसी बदलने में मोटा कमीशन मिलने के लालच में संस्था संचालक अब्दुल रज्जाक ने आमजन के करोड़ों गंवा दिए थे। इस पूरे प्रकरण में उसके दो सहयोगी मुन्ना और मसरूर ही अहम किरदार बनकर उभरे थे।

उन्होंने ही विदेश से होने वाली फंडिंग से लेकर पुरानी करेंसी बदलने की फर्जी पटकथा तैयार की थी और पटकथा में शामिल रहे अन्य किरदारों से अब्दुल की मुलाकात कराई थी। प्रकरण में शामिल अंसार, साजिद, अब्बास, सनी, चौहान एवं शाहआलम जैसे किरदारों से अब्दुल की मुलाकात  दोनों ने ही कराई थी, हालांकि पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने इन सभी किरदारों से पुरानी जान पहचान न होने की बात कबूली थी। यह भी कहा था कि वे यह नहीं जानते है, यह सभी आखिर मूल रूप से कहां के रहने वाले है।

पुलिस की जांच अभी तक महज नाम जानने के साथ ही सीमित है। अब पुलिस ने इन सभी के मोबाइल फोन नंबरों पर फोकस किया है। अगर इन सभी के मोबाइल फोन नंबर भी गलत पाए जाते हैं, तब इन तक पहुंचना टेढ़ी खीर ही होगा। लिहाजा पुलिस इनकी लोकेशन लेने के साथ साथ सीडीआर खंगाल रही है, जिसकी बदौलत आरोपियों तक पहुंचा जा सकें। कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि पूरे मामले में शामिल आरोपियों तक पहुंचने में पुलिस टीमें जुटी है। पूरी कोशिश है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाए। 

पुलिस को हजम नहीं हो रही कहानी
हरिद्वार। आमजन के करोड़ों रूपये डूबने के प्रकरण में शामिल रहे नसीम उर्फ मुन्ना एवं मसरूर से जब पुलिस ने पूछा कि उनकी मुलाकात अंसार निवासी संभल यूपी से कैसे हुई थी तो उन्होंने बेहद ही सामान्य तौर पर बताया कि अंसार से उनकी मुलाकात प्रॉपर्टी के संबंध में  हुई थी। वह अंसार का घर तक नहीं जानते हैं,  हालांकि उनका यह बयान पुलिस को हजम नहीं हो रहा है। भला एक अजनबी से चंद दिन की मुलाकात में कैसे विश्वास कर उसे करोड़ों की रकम दे सकते हैं। साजिद के बारे में भी आरोपी मुंह नहीं खोल रहे है। 

 

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