एनएच मुआवजा घोटाले में निलंबित आईएएस अफसर डॉ. पंकज कुमार पांडेय और चंद्रेश कुमार यादव को जल्द दी जाएगी चार्जशीट
एनएच मुआवजा घोटाले में निलंबित आईएएस अफसर डॉ. पंकज कुमार पांडेय और चंद्रेश कुमार यादव को जल्द चार्जशीट दी जाएगी। एसआईटी की जांच रिपेार्ट के आधार पर आरोप तय करने शुरू कर दिए। जांच अधिकारी की नियुक्ति...
एनएच मुआवजा घोटाले में निलंबित आईएएस अफसर डॉ. पंकज कुमार पांडेय और चंद्रेश कुमार यादव को जल्द चार्जशीट दी जाएगी। एसआईटी की जांच रिपेार्ट के आधार पर आरोप तय करने शुरू कर दिए। जांच अधिकारी की नियुक्ति चार्जशीट के बाद की जाएगी। मुख्यसचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि आरोप पत्र पर काम शुरू हो गया है। सरकार ने एसआईटी जांच के आधार पर 11 सितंबर को दोनों को सस्पेंड कर दिया है। अब उनके खिलाफ आरोप पत्र पर उच्च स्तर पर होमवर्क शुरू हो गया है। बुधवार को अधिकारियों ने मुआवजे से जुड़े मामलों की समीक्षा की और उनके आधार पर आरोप पत्र का आधार तैयार किया। दूसरी तरफ, दोनों अफसरों के विभागों में अधिकारियों की तैनाती की कसरत शुरू हो गई है ।
एसीएस ओमप्रकाश से मिले निलंबित अधिकारी: निलंबन के बाद आईएएस डॉ. पंकज कुमार पांडे और चंद्रेश कुमार यादव कार्मिक विभाग से अटैच हो चुके हैं। गुरुवार को दोनों अधिकारियों ने अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश से मुलाकात की। कुछ और अफसर भी ओमप्रकाश से उनके कार्यालय में मिले।
एनएचएआई को एसआईटी जांच से हटाना साजिश कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सरकार पर एनएच मुआवजा घोटाले की जांच को भटकाने का आरोप लगाया। राजीव भवन में धस्माना ने कहा कि इस घोटाले के तार राष्ट्रीय स्तर तक फैले हुए हैं। पहले सरकार ने घोषणा करने के बावजूद इस मामले की सीबीआई जांच नहीं करवाई। इसके बाद एक केंद्रीय मंत्री ने एनएचएआई के अफसरों को जांच के दायरे से हटाने के लिए दबाव बनाया। अब एक बार फिर से एनएचएआई ने एसआईटी जांच से इनकार कर दिया है। उल्लेखनीय है कि एनएचएआई निदेशक ने राज्य सरकार को पत्र भेजकर एनएचएआई को जांच से अलग रखने को कहा है। उनका कहना है कि एनएचएआई केवल फंडिंग एजेंसी है।