आफत की बारिश:बड़ेथी के पास टूटा गंगोत्री हाईवे का हिस्सा,खतरे में आई ओपन टनल
उत्तरकाशी जिले में निरंतर हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बनकर टूट पड़ी है। मंगलवार को गंगोत्री हाईवे पर बड़ेथी के पास सड़क का 30 मीटर हिस्सा टूटकर भागीरथी नदी में समा गया। जिससे हाईवे पर 28.3...
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उत्तरकाशी जिले में निरंतर हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बनकर टूट पड़ी है। मंगलवार को गंगोत्री हाईवे पर बड़ेथी के पास सड़क का 30 मीटर हिस्सा टूटकर भागीरथी नदी में समा गया। जिससे हाईवे पर 28.3 करोड़ की लागत से बनाई जा रही 310 मीटर लंबी ओपन टलन खतरे की जद में आ गई है। वहीं, प्रशासन ने सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए वाहनों की आवाजही बंद कर हाईवे को मनेरा बायपास से डायवर्ट कर दिया है। जिले में गत 15 दिनों से बारिश का कहर जारी है। निरंतर हो रही बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है। वहीं, गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नगुण से लेकर हर्षिल तक जगह-जगह भूस्खलन जोन सक्रिय है।
वहीं, मंगलवार दोपहर को गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़ेथी के पास अचानक सड़क के नीचे की पहाड़ी दरक गई। जिससे गंगोत्री हाईवे का 30 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर भागीरथी नदी में समा गया। इससे गंगोत्री हाईवे पर एनएचआईडीसीएल की ओर से बनाई जा रही ओपन टनल खतरे की जद में आ गई। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी। जिसके बाद एसडीएम भटवाड़ी देवेन्द्र नेगी, आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल सहित थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल मौके पर पहुंचे और वाहनों की आवाजाही बंद कर रूट को मनेरा बायपास से डायवर्ट कर दिया।
टनल के निर्माण पर लगी कंपंनी के कार्य पर उठे सवाल
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चुंगी बडे़थी के पास वर्ष 2010 से भूस्खलन जोन बना हुआ है। बरसात में यहां अक्सर यातायात बाधित रहता है। वर्ष 2017 में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआइडीसीएल) ने इस भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट कार्य शुरू किया, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई और यह योजना पूरी तरह फेल हो गई।
इसके बाद एनएचआइडीसीएल ने गंगोत्री हाईवे पर 310 मीटर लंबी, 10 मीटर चौड़ी और 11 मीटर ऊंची रोड प्रोटेक्शन गैलरी बनाने का निर्णय लिया। जिसके निर्माण के लिए 28.3 करोड़ रूपए खर्च करने की सहमति मिली। कंपनी की ओर से गत वर्ष दिसम्बर माह में इस गैलरी का कार्य प्रारंभ कर दिया गया था। आठ माह का समय व्यतीत होने के बाद भी यह टनल पूरी नहीं बन पाई। वहीं, मंगलवार गंगोत्री हाईवे का 30 मी.हिस्सा भागीरथी नदी में समा गया। इस स्थान पर कार्यदायी संस्था की ओर से टनल का जाला बनाया था जिसका नदी के तरफ का हिस्सा टूट गया।
सुरंग को खतरे की जद में आ गई। जिस पर स्थानीय लोगों ने सरकारी धन का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है। पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने कम्पनी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि भूस्खलन की दृष्टि से अति संवेदनशील होने के बावजूद बिना सटीक सर्वे एवं निचले लूज़ हिस्से में बिना सुरक्षात्मक कार्य किये ओपन टनल का निर्माण किया जा रहा है, जिसका निचला हिस्सा पहली बरसात में भागीरथी में समा गया। उन्होंने डीएम को पत्र लिखकर दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की है।