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Hindi News उत्तराखंडG-20 Summit: जी-20 सम्मेलन में विदेशी मेहमानों ने ‘उत्तराखंड’ के व्यंजनों का जमकर उठाया लुत्फ, यह ‘पहाड़ी’ व्यंजन सबसे ज्यादा पसंद  

G-20 Summit: जी-20 सम्मेलन में विदेशी मेहमानों ने ‘उत्तराखंड’ के व्यंजनों का जमकर उठाया लुत्फ, यह ‘पहाड़ी’ व्यंजन सबसे ज्यादा पसंद  

जी-20 सम्मेलन के लिए आए विदेशी मेहमानों और भारतीय अफसरों को कुमाऊं का प्रसिद्ध शिकार भात खूब भाया। विदेशी मेहमानों ने होटल के स्टाफ से पहाड़ी व्यंजनों की रेसिपी ई-मेल करने का आग्रह किया। 

G-20 Summit: जी-20 सम्मेलन में विदेशी मेहमानों ने ‘उत्तराखंड’ के व्यंजनों का जमकर उठाया लुत्फ, यह ‘पहाड़ी’ व्यंजन सबसे ज्यादा पसंद   
Himanshu Kumar Lallरुद्रपुर। अजय जोशीWed, 29 Mar 2023 10:54 AM
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जी-20 सम्मेलन के लिए आए विदेशी मेहमानों और भारतीय अफसरों को कुमाऊं का प्रसिद्ध शिकार भात खूब भाया। शिकार भात व कुमाउनी व्यंजनों का स्वाद विदेशी मेहमानों को इतना भाया कि 12 विदेशी मेहमानों ने होटल के स्टाफ से इनकी रेसिपी ई-मेल करने का आग्रह किया। 

रामनगर में जी-20 समिट में भाग लेने पहुंचे विदेशों मेहमानों के लंच को रुद्रपुर के फाइव स्टार होटल रेडिसन ब्लू में खास इंतजाम किए गए थे। होटल के स्टाफ ने मेहमानों के सत्कार के लिए खासतौर पर कई कुमाउनी व्यंजन तैयार किए थे। वहीं कॉन्टिनेंटल और इंटर कॉन्टिनेंटल डिशेज भी मेहमानों को परोसी गईं।

मेहमानों के लंच में खासतौर पर कुमाउनी डिशेज को प्रमोट किया गया था। उनके लिए 12 टेबलों पर विभिन्न व्यंजन सजाए गए थे। होटल के कुमाउनी व्यंजन के कुक ने खासतौर पर शिकार-भात तैयार किया था। विदेशी मेहमानों को इसका स्वाद खूब रास आया। 12 विदेशी मेहमानों ने शिकार-भात के साथ पालक का कापा व भट्ट की चुड़कानी की रेसिपी मेल करने का अनुरोध करते हुए होटल प्रबंधन को अपनी मेल आईडी नोट कराई।

विदेशी मेहमान आलू के गुटके और पहाड़ी रायता के साथ भांग की चटनी के भी कायल हो गए। वहीं, वेलकम ड्रिंक के रूप में मिला बुरांश का जूस मेहमानों को इतना पसंद आया कि लंच के बाद कई मेहमानों ने इसकी दोबारा डिमांड की। डाइनिंग स्पेस पर भी कुमाउनी डिशेज की छाप साफ दिखाई दी। यहां व्यंजनों को वॉल पर पोस्टरों के जरिए प्रदर्शित किया गया था। वहीं अमेरिकन, मैक्सिकन, इंटर कॉन्टिनेंटल डिशेज भी परोसी गईं।

होटल के फूड एंड ब्रेवरेज मैनेजर अखिल भंडारी ने बताया कि मेहमानों ने कुमाउनी व्यंजन खूब पसंद किए। उन्होंने बताया कि खासतौर पर शिकार-भात को काफी पसंद किया गया। इसके अलावा पालक का कापा, भट्ट की चुड़कानी, रायता और भांग की चटनी भी मेहमानों को स्वादिष्ट लगी। 

किसी को झंगोरे की खीर किसी को कापा पसंद आया 
विदेशी मेहमानों में झंगोरा खीर यानी छंछेरी फ्रांस के डेलीगेट्स को खूब भायी। उन्होंने झंगोरे की खीर में कैलोरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स पोषक तत्वों की भी जानकारी ली। वहीं जापान और दक्षिण कोरिया के डेलीगेट्स को पालक का कापा और भट्ट की चुड़कानी खूब पसंद आयी। सऊदी अरब के डेलीगेट्स को बटर चिकन खूब पसंद आया।

‘वन हेल्थ’ समेत चार विषयों पर आज से मंथन
रामनगर, मुख्य संवाददाता। जी-20 समिट के तहत रामनगर में होने वाली गोलमेज कॉन्फ्रेंस में बुधवार को 18 देशों के 54 वैज्ञानिक ‘वन हेल्थ’ समेत चार प्रमुख विषयों पर मंथन करेंगे। वन हेल्थ के तहत पर्यावरण, मानव और जानवरों की ईको सिस्टम में भागीदारी तथा चुनौतियों पर चर्चा होगी।

सबके स्वास्थ्य के लिए समान पॉलिसी बनाने पर विमर्श के साथ ही जानवरों से वन्य जीवों में फैलने वाली बीमारियों से निपटने को रणनीति तय की जाएगी। गोलमेज कॉन्फ्रेंस में हिस्सेदारी के लिए जी-20 से जुड़े भारत समेत 18 देशों के वैज्ञानिक रामनगर पहुंच चुके हैं। इनमें यूनाइटेड किंगडम, रूस,दक्षिण अफ्रीका,यूरोपीय यूनियन,चीन,फ्रांस, यूएसए, इटली,स्पेन, कनाडा, सऊदी अरब, जापान, दक्षिण कोरिया, नीदरलैंड, ब्राजील, नाइजीरिया आदि के वैज्ञानिक शामिल हैं। सम्मेलन के लिए 18 भारतीय वैज्ञानिक भी पहुंचे हैं। 

सम्मेलन में महामारियों की रोकथाम व पूर्व सूचना के लिए मनुष्य और पशु स्वास्थ्य पर संयुक्त शोध को बढ़ावा देने पर मंथन होगा। इससे महामारी की पूर्व चेतावनी और मॉडलिंग के साथ उससे निपटने की तैयारियों में भी मदद मिलेगी। चर्चा का दूसरा विषय वैज्ञानिक सूचनाओं एवं ज्ञान का निशुल्क और तत्काल आदान-प्रदान है। इसके तहत जर्नलों में प्रकाशित होने वाले वैज्ञानिक लेख बगैर किसी शुल्क के एक दूसरे देशों को उपलब्ध कराए जाने की सुनिश्चितता तय की जाएगी। 

तीसरा विषय विज्ञान के क्षेत्र में विविधता, समानता तथा समग्रता पर रखा गया है। इसका मकसद उपेक्षित तबकों तक वैज्ञानिक प्रगति का लाभ पहुंचाना है। चौथा विषय सांस्थानिक तंत्र विकसित करना है, जिससे संस्थानों के बीच कार्रवाई आधारित संवाद स्थापित हो सके। इस का मकसद संस्थानों के बीच संयुक्त शोध को बढ़ावा देना है। कॉन्फ्रेंस में चारों विषयों पर चिंतन कर अंतराष्ट्रीय स्तर पर एक दूसरे के सहयोग व पॉलिसी की नीतिगत फैसले लिए जाएंगे। 

जी-20 से दिखी भारत की बढ़ती धाक
तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश भारत आज पूरे विश्व में धाक जमा रहा है। रामनगर में जी-20सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर सदस्य देशों की समिट हो रही है व इन देशों के डेलीगेट इसमें भाग ले रहे हैं। इस समिट में जी-20 देशों के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकारों के बीच जलवायु परिवर्तन समेत चार विषयों पर मंथन होना है।

मंगलवार को जब विदेशी मेहमान पंतनगर पहुंचे तो इसमें रूस के चार डेलीगेट थे। अमेरिका, फ्रांस और चीन के भी दो-दो डेलीगेट समिट में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। वहीं दुनिया के ताकतवर कई देशों के इस समिट में आए डेलीगेट की संख्या दुनिया में भारत की बढ़ती साख को प्रदर्शित कर रही है। कभी भारत पर राज करने वाले ब्रिटेन यानी यूके के सर्वाधिक पांच डेलीगेट समिट में शिरकत कर रहे हैं।

यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध के बीच विश्व में मची उथल-पुथल के दरम्यान भारत में पहली बार जी-20 समिट हो रही है। इसमें से एक बैठक के आयोजन का मौका उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल को मिला है। पंतनगर में जब मंगलवार को विदेशी डेलीगेट पहुंचे तो साफ हो गया कि दुनिया के सशक्त देशों को भारत पर कितना भरोसा है और वह यहां होने जा रहे मंथन को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं। 

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