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ईंट भट्ठा मालिकों ने अफसरों को बंधक बनाया

ईंट भट्ठा मालिकों ने खनन मोहर्रिर और प्रदूषण नियंत्रण विभाग के सहायक को बंधक बना लिया। आरोप है कि खनन और प्रदूषण विभाग के अधिकारी ईंट भट्ठों पर मनमर्जी से टैक्स लगा उत्पीड़न कर रहे हैं। पुलिस के...

ईंट भट्ठा मालिकों ने अफसरों को बंधक बनाया
लाइव हिन्दुस्तान टीम, रुड़कीMon, 14 Jan 2019 06:10 PM
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ईंट भट्ठा मालिकों ने खनन मोहर्रिर और प्रदूषण नियंत्रण विभाग के सहायक को बंधक बना लिया। आरोप है कि खनन और प्रदूषण विभाग के अधिकारी ईंट भट्ठों पर मनमर्जी से टैक्स लगा उत्पीड़न कर रहे हैं। पुलिस के पहुंचने के बाद करीब डेढ़ घंटे बाद दोनों विभागों के अधिकारियों को छुड़ाया गया।   रविवार को खनन मोहर्रिर विजय कुमार और प्रदूषण नियंत्रण विभाग में मॉनीटरिंग सहायक महेंद्र सेमवाल तीन पीआरडी जवानों के साथ लंढौरा में मंगलौर मार्ग स्थित ईंट भट्ठा पहुंचे। इसी दौरान काफी संख्या में भट्ठा मालिक एकत्र हो गए। उन्होंने दोनों विभागों के अधिकारियों को बंधक बना लिया गया। भट्ठा मालिकों का कहना था कि शासन ने हर भट्ठे पर सालाना 2 लाख रुपये रॉयल्टी टैक्स निर्धारित किया है। आरोप कि जिला खनन अधिकारी ने अपनी मनमर्जी चलाते हुए भट्ठा मालिकों को नोटिस थमा दिया कि हर वर्ष 11 लाख 20 हजार रुपये जमा कराना होगा। आरोप लगाया कि आए दिन खनन और पॉल्यूशन अधिकारी भट्ठा मालिकों को परेशान करते हैं। उनका मकसद भट्ठा मालिकों से वसूली करना था। बंधक बनाए गए अफसरों ने मामले की सूचना ज्वाइंट मजिस्ट्रेट निकिता खंडेलवाल को दी। जेएम के आदेश पर लंढौरा पुलिस चौकी इंचार्ज लोकपाल परमार ने दोनों पक्षों से बात की। पहले तो भट्ठा मालिक इस बात पर अड़े रहे कि जिला खनन अधिकारी के आने के बाद ही उन्हें बंधन मुक्त किया जाएगा। लेकिन बाद में सही जानकारी मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया। उधर जिला खनन अधिकारी दिनेश कुमार का कहना है कि भट्ठा मालिकों ने पिछले कई सालों से टैक्स जमा नहीं किया है। हर साल भट्ठा मालिक रॉयल्टी टैक्स जमा करने से बचने के लिए हर साल कोर्ट पहुंच जाते हैं। उनका कहना है कि इसी कारण हर साल रॉयल्टी का पैसा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण स्वीकृति लिए बिना ही मिट्टी खुदाई का कार्य किया जा रहा है। वार्षिक समाधान योजना का पैसा भी जमा नहीं किया जा रहा है। तीन दिन पहले डीएम ने इसी संबंध में मीटिंग ली थी। जिसमें अवैध तरीके से चल रहे ईंट भट्ठों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। डीएम के आदेश पर ही खनन मोहर्रिर जांच करने के लिए गए थे। कहा कि खनन मोहर्रिर और पॉल्यूशन सहायक को बंधक बनाने के मामले की रिपोर्ट डीएम को भेजी जा रही है। इसके बाद भट्ठा मालिकों के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी। 

अफसरों पर मिलीभगत  का लगाया आरोप
भट्ठा मालिकों का आरोप है अधिकारियों की मिलीभगत से ही कुछ भट्ठों पर रबर फूंक कर ईंटे पकाई जा रही है। भट्ठा एसो. के जिला अध्यक्ष नरेश त्यागी ने कहा कि भट्ठे पर एक चक्कर में करीब आठ लाख ईंट पकाई जाती है। आरोप है कि जिला खनन अधिकारी ने हर चक्कर में 28 लाख ईंट बनाना दर्शा कर रॉयल्टी टैक्स का नोटिस भेजा है। पूरे साल में एक भट्ठे पर 28 लाख ईंटे नहीं बन पाती। भट्ठा मालिकों ने कहा कि कि इस संबंध में कई बार शासन स्तर पर वार्ता करने का प्रयास किया जा चुका है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। इस मौके पर नरेश त्यागी, सचिन,  विपिन गोयल, सुभाष सिंघल, नरेंद्र सिंघल, विपिन अग्रवाल, अशोक, सज्जाद, अक्षय चौधरी, मुकेश गुप्ता, चौधरी बिजेंद्र सिंह आदि भट्ठा मालिक मौजूद रहे।   

 

 

 

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