फ्री इलाज की बिल्कुल भी नहीं ले टेंशन, मेडिकल बिलों के भुगतान को बना यह प्लान
राज्य के 35 हजार के करीब पेंशनर्स ने गोल्डन कार्ड स्कीम की खामियों को देखते हुए योजना को छोड़ने का फैसला किया था। इसके बाद से पेंशनर्स को स्कीम के तहत कैशलेस इलाज की सुविधा नहीं मिल रही।
राज्य स्वास्थ्य योजना (गोल्डन कार्ड ) छोड़ चुके राज्य के 35 हजार पेंशनर्स के बकाया मेडिकल बिलों के भुगतान का रास्ता साफ हो गया है। पेंशन कोषागार निदेशालय ने पेंशनर्स की चिकित्सा प्रतिपूर्ति के संदर्भ में सभी विभागों के लिए एसओपी जारी कर दी है।
राज्य के 35 हजार के करीब पेंशनर्स ने गोल्डन कार्ड स्कीम की खामियों को देखते हुए योजना को छोड़ने का फैसला किया था। इसके बाद से पेंशनर्स को स्कीम के तहत कैशलेस इलाज की सुविधा नहीं मिल रही। सरकार ने इसके बदले ऐसे पेंशनर्स के लिए चिकित्सा प्रतिपूर्ति की व्यवस्था बनाई। लेकिन शासनादेश होने के बावजूद मेडिकल बिलों का भुगतान हो नहीं पा रहा था।
इसका मुख्य कारण यह था कि विभागों के लिए बिलों के भुगतान के दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए थे। पेंशन निदेशालय ने भुगतान के संदर्भ में एसओपी जारी कर दी है। निदेशक कोषागार पेंशन दिनेश चंद्र लोहानी की ओर से इस संदर्भ में आदेश किए हैं।
एक साल से नहीं हुआ इलाज के बिलों का भुगतान
राज्य स्वास्थ्य योजना छोड़ चुके पेंशनर्स बिलों का भुगतान न होने की वजह से भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। सरकार ने छह महीने पहले उनके लिए चिकित्सा प्रतिपूर्ति की व्यवस्था बना दी थी। लेकिन एसओपी जारी न होने की वजह से पेंशनर्स को भुगतान नहीं हो पा रहा है।