कांवड़ यात्रा 2024 से खड़ा हुआ खाद्यान्न संकट-सप्लाई बाधित, औद्योगिक उत्पादन भी घटा
कांवड़ मेले के दौरान आपूर्ति में देरी हो जाती है। विकासनगर और हरबर्टपुर में इंडेन गैस की आपूर्ति हरिद्वार से होती है, एचपी गैस की आपूर्ति भगवानपुर और भारत गैस की आपूर्ति रुड़की क्षेत्र से होती है।
कांवड़ यात्रा के कारण रास्ते बंद होने से देहरादून में खाद्यान्न की सप्लाई पर असर पर पड़ना शुरू हो गया है। उद्योगों में 50 फीसदी ही उत्पादन रह गया है। फिलहाल तो आढ़तियों के पास कुछ दिन का स्टॉक है, लेकिन आवागमन ऐसे ही बाधित रहा तो आने वाले दिनों में खाद्यान्न की किल्लत हो सकती है। रसोई गैस पर भी इसका असर पड़ सकता है। लिहाजा, कारोबारियों ने सरकार से वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है।
चार दिन से दून नहीं पहुंचे राशन के ट्रक देहरादून में आटा, चावल और विभिन्न दालों की सप्लाई यूएसनगर, रुद्रपुर, काशीपुर, दिल्ली से होती हैं। होल सेल डीलर एसोसिएशन आढ़त बाजार के महासचिव विनोद गोयल ने बताया कि आम दिनों में रोजाना 40 ट्रक राशन देहरादून पहुंचता है। बीते कुछ दिनों से इसकी सप्लाई बाधा आ रही है।
उन्होंने बताया कि आढ़तियों के पास दो से तीन दिन का स्टॉक होता है, वो भी खत्म होने की कगार पर है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार को इस दिशा में कदम उठाना चाहिए। दैनिक उपयोग की चीजों के लिए रास्ते खुले होने चाहिए या उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। आपूर्ति बाधित होने से खाद्यान्न की कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका है।
कांवड़ यात्रा का रसोई गैस आपूर्ति पर पड़ने लगा है असर विकासनगर। कांवड़ यात्रा का असर रसोई गैस की आपूर्त पर पड़ने लगा है। ऐसे में गैस एजेंसियों को संकट बढ़ने का डर सताने लगा है। शुक्रवार को कई उपभोक्ताओं को रसोई गैस नहीं मिली। बालूवाला के इंडेन एजेंसी संचालक वकार अहमद ने बताया, पछुवादून में अधिकांश एजेंसी में हरिद्वार के डिपो से आपूर्ति होती है।
कांवड़ मेले के दौरान आपूर्ति में देरी हो जाती है। विकासनगर और हरबर्टपुर में इंडेन गैस की आपूर्ति हरिद्वार से होती है, एचपी गैस की आपूर्ति भगवानपुर और भारत गैस की आपूर्ति रुड़की क्षेत्र से होती है। करनाल डिपो से एक-दो एजेंसियों को ही गैस आपूर्ति होती है।
पिछले कई दिनों से हरिद्वार से आपूर्ति में देरी हो रही है। इससे गैस की किल्लत होने लगी है। उधर, क्षेत्रीय पूर्ति अधिकारी सुरेंद्र चौहान ने बताया कि हरिद्वार डिपो से संबद्ध गैस एजेंसियों को करनाल डिपो से संबद्ध कर दिया गया है।
रसोई गैस का भी हो सकता है संकट
देहरादून में फिलहाल तो रसोई गैस की सप्लाई सुचारु है, लेकिन आने वाले दिनों में इसकी भी किल्लत हो सकती है। दून एलपीजी सिलेंडर डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष चमनलाल ने बताया कि फिलहाल नारसन से दून में रसोई गैस पहुंचती है, नारसन में गैस की किल्लत न हो, इसलिए दिल्ली से यहां पर स्टॉक भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में यदि दिल्ली से नारसन की सप्लाई बाधित हुई तो दून में रसोई गैस की किल्लत हो सकती है।
देहरादून के 250 उद्योगों पर असर
रास्ते बंद होने से उद्योगों पर सीधा असर पड़ा है। फूड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के समन्वयक अनिल मारवाह ने बताया, सेलाकुई, मोहब्बेवाला और पटेलनगर मिलाकर देहरादून में करीब 250 छोटे-बड़े उद्योग चल रहे हैं। इन दिनों न शहर में कच्चा माल आ रहा है, न ही यहां से प्रोडक्ट बाहर जा रहे हैं।
कंपनियों में उत्पादन 50 ही रह गया है। यूपी, एनसीआर, कुमाऊं के लिए वाहनों की आवाजाही बिल्कुल बंद है। उन्होंने बताया कि केवल पंजाब, हरियाणा में ही कंपनियां माल भेज पा रही हैं। उन्होंने दावा किया कि पैकिंग मटीरियल की भी भारी किल्लत हो गई है।
सब्जियों की आमद पर भी असर संभव
बरसात के चलते शहर में बीते एक महीने से सब्जियों की किल्लत है। जिसके चलते सब्जियों की कीमतों में भी तेजी है। बरसात और कांवड़ के चलते शहर में इन दिनों समय पर सब्जी के ट्रक देहरादून नहीं पहुंच पा रहे हैं। निरंजनपुर मंडी निरीक्षक अजय डबराल ने बताया कि अलवर और नासिक से पहले से ही प्याज और टमाटर की आपूर्ति बाधित है।
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